पारिवारिक कलह और हार के बाद पटना में सोमवार (17 नवंबर) को तेजस्वी यादव के पोलो रोड स्थित आवास पर आरजेडी की बैठक हुई. इसमें खास तौर पर लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी भी पहुंचीं. इस दौरान लालू यादव ने कहा कि तेजस्वी ही पार्टी को आगे लेकर जाएंगे. पार्टी का जो पुनरुत्थान हुआ है, तेजस्वी ने ही किया है. इनके अलावा और कोई नहीं.

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वहीं, तेजस्वी यादव माइक पकड़ते वक्त भावुक नजर आए. उन्होंने कहा, ''सब कहता है, इसको निकाल दो उसको निकाल दो, सबको निकाल देंगे तो रहेगा कौन?'' बीते दिनों में आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह, संजय यादव और रमीज़ जैसे करीबियों पर जो आरोप लगे उसी पर तेजस्वी का इशारा था. 

जो निर्णय होगा उसे हम स्वीकार करेंगे- तेजस्वी

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ये भी कहा, ''आपलोगों का जो निर्णय होगा उसे हम स्वीकार करेंगे.'' जिस पर राबड़ी देवी, मीसा भारती और तमाम विधायकों ने तेजस्वी को समर्थन देते हुए विधायक दल का नेता बनाने की बात कही.

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रोहिणी ने तेजस्वी, संजय यादव और रमीज पर लगाए आरोप

बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की करारी हार के बाद से पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के परिवार में कलह सामने आई. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने परिवार और पार्टी दोनों से नाता तोड़ने का ऐलान किया था. उन्होंने अपने भाई तेजस्वी यादव के साथ ही संजय यादव और रमीज पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि संजय यादव और रमीज का नाम लेने पर आपको घर से निकाल दिया जाता है, बेइज्जत किया जाता है और गालियां दी जाती हैं.

लालू प्रसाद यादव के बेटी रोहिणी आचार्य ने एक्स पर लिखा था, "मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं. संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था. मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं." बता दें कि विधानसभा चुनाव 2025 में RJD के नेतृत्व वाले महागठबंधन को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा. इस गठबंधन को कुल 35 सीटें आई है. आरजेडी के खाते में 25 सीटें गईं. दूसरी तरफ एनडीए ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 202 सीटों पर जीत हासिल की.