पटना: राजधानी पटना में शनिवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित बिहार प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए केन्द्र और राज्य दोनों की उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाएगा. इस चुनाव में 40 साल कांग्रेस, 15 साल पति-पत्नी का राज बनाम 15 साल बीजेपी-जेडीयू गठबंधन राज के बीच लड़ाई है.

उन्होंने कहा कि अगर लालू यादव जेल से बाहर आ जाएं तो चुनाव हमारे लिए और आसान हो जाएगा. आरजेडी के जंगल राज को याद दिलाने में एनडीए को और ज्यादा सहूलियत होगी. 2010 के चुनाव में लालू यादव जेल से बाहर थे और पूरे चुनाव में धुंआधार प्रचार किया था, इसके बावजूद राजद मात्र 22 पर सिमट गया था.

सुशील मोदी ने कहा, " एनडीए को आरजेडी गठबंधन से 2010 के विधान सभा चुनाव में 14 प्रतिशत की बढ़त मिली थी, जो 2019 के लोकसभा चुनाव में बढ़ कर 23 प्रतिशत हो गई. एनडीए और आरजेडी गठबंधन के बीच यह गैप इतना ज्यादा है, जिसे पाटना आरजेडी के बूते की बात नहीं है.

विपक्ष को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो इस चुनाव में बिजली, पानी और सड़क को मुद्दा बनाएं. पिछले हर चुनाव में पानी, बिजली और सड़क को मुद्दा बना कर विपक्षा हमलावर रहता था. घर-घर बिजली, गांव-गांव सड़क और पाइप से पानी पहुंच जाने के बाद अब विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है.

सुशील मोदी ने कहा, " बिहार सरकार कोरोना और बाढ़ दोनों से पूरी मजबूती से लड़ रही है. बिहार का कोई ऐसा गरीब परिवार नहीं है, कोरोना संकट के दौरान जिसके खाते में कम से कम 4 हजार रुपये नहीं गए हैं. केन्द्र और राज्य की सरकार ने बिहार के गरीबों को 25 हजार करोड़ रु. से ज्यादा की मदद की है, जिसमें 13,485 करोड़ का मुफ्त खाद्यान्न भी शामिल है.

वहीं, बैठक में वर्चुअल माध्यम के जरिये शामिल हुए केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब सासंद रविशंकर प्रसाद ने कहा, " प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निर्देश था कि हमे भारत को दुनिया का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग सेंटर बनाना है. भारत में मोबाइल फैक्ट्री नरेंद्र मोदी की सरकार में 2 से 250 फैक्ट्री आ गई है. आज दुनिया मे नंबर-2 सबसे अधिक मोबाइल बनाने वाली फैक्ट्री देश बन भारत गया है."

इस दौरान रविशंकर प्रसाद ने कहा, " पीएम नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सभी कम्पनियों से आग्रह किया था कि आप आईये भारत और भारत में निवेश करिए और कहा कि प्रोडक्शन, लिंकिंग और सेटिंग का एक प्रोत्साहन दिया गया था. हमारे काम में मेम्बर सदस्य को जानकर खुशी होगी कि इस कोरोना काल में अप्रैल में हमने यह प्रस्ताव और स्कीम को घोषित किया था और दुनिया के कम्पनियों से आग्रह किया था कि अप्लाई करें और 31 जुलाई इसकी अंतिम तारीख थी. दुनिया के सभी टॉप-5 कम्पनी जो मोबाइल बनाती है उन सभी ने अप्लाई किया था. इसके साथ साथ भारत के भी 5 मोबाइल कम्पनी ने अप्लाई किया था."

उन्होंने कहा, " आने वाली 5 वर्षों में 12 लाख करोड़ का मोबाइल और कॉम्पोनेन्ट बनाएंगे , 7 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट करेंगे और 12 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरी देंगे. ये है भारत की क्षमता जिस समय कोरोना है, जिस समय आर्थिक चुनौती है उस समय दुनिया भारत पर इतना भरोसा करती है ,नरेंद्र मोदी की सरकार पर भरोसा करती है.