पटना: जेडीयू नेता नरेंद्र नारायण यादव (Narendra Narayan Yadav) शुक्रवार (23 फरवरी) को निर्विरोध बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष चुने गए. नरेंद्र नारायण ने सदन में इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लेकर नरेंद्र नारायण ने कहा कि वह उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में आज यहां तक पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी का भी आभार जताया. विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी के प्रति भी आभार व्यक्त किया.


उन्होंने एक पंक्ति सुनाते हुए कहा कि पंच न किसी का दोस्त होता है और न दुश्मन होता है. पंच के मुंह से जो वाणी निकलती है वह खुदा के मुंह से वाणी निकलती है. मैं इस आसन पर रहकर के पक्ष और विपक्ष की बातों को सुनकर दोनों को साथ लेकर सदन की कार्यवाही को बढ़ाने का काम करूंगा. उन्होंने सदन के सदस्यों से आग्रह करते हुए कहा कि सार्थक बहस हो. जनता की समस्या उठे. सरकार उसका निराकरण करे. ये मेरी इच्छा रहेगी.


आगे नरेंद्र नारायण यादव ने संत कबीर की एक पंक्ति को सुनाया, कहा, "ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोय, औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होए." सदन में इतना ही कहते हुए नरेंद्र नारायण यादव ने सबके प्रति आभार व्यक्त करते हुए अपनी वाणी को समाप्त कर दिया.


आलमनगर सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे नरेंद्र नारायण


बता दें कि जेडीयू के नेता महेश्वर हजारी ने बुधवार (21 फरवरी) को बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था. कल्याणपुर निर्वाचन क्षेत्र (आरक्षित) से दूसरी बार विधायक बने हजारी मार्च, 2021 से उपाध्यक्ष पद पर थे. इसके बाद बीते गुरुवार (22 फरवरी) को नरेंद्र नारायण यादव ने चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था. नरेंद्र नारायण यादव 1990 के दशक से मधेपुरा जिले की आलमनगर सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.


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