मुंगेर: बिहार में शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलने वाली तस्वीरें फिर से सामने आई हैं. मुंगेर में में कोई छत पर तो कोई बरामदे में बैठकर परीक्षा दे रहा है. तस्वीर सामने आने के बाद एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं. यह तस्वीरें आरएस कॉलेज तारापुर की हैं. शिक्षक की जगह एनसीसी कैडेट्स परीक्षा संचालन में मदद कर रहे हैं. मंगलवार (26 सितंबर) से यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.


बताया जाता है कि सोमवार (25 सितंबर) को संचालित की गई स्नातक पार्ट एक एवं दो के सब्सिडियरी पेपर की परीक्षा थी. पहले यहां रामधनी भगत कॉलेज का सेंटर था जिसमें लगभग 700 परीक्षार्थी थे. परीक्षा शुरू होने से एक दिन पहले यहां हरि सिंह कॉलेज का सेंटर दे दिया गया. इसमें 900 परीक्षार्थी हैं. इस सेंटर पर कुल 1500 विद्यार्थियों की परीक्षा चल रही है. बेंच डेस्क उतनी संख्या में उपलब्ध नहीं है. यह जानते हुए भी परीक्षा नियंत्रक डॉ. रामाशीष पूर्वे ने यहां सेंटर दे दिया.



विषम परिस्थिति में हुई परीक्षा


वहीं तस्वीर वायरल होने के बाद मुंगेर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. रामाशीष पूर्वे ने आरएस कॉलेज पहुंचकर जांच पड़ताल की. परीक्षा नियंत्रक डॉ. रामाशीष पूर्वे ने बताया कि विषम परिस्थिति में यह परीक्षा ली जा रही है. पहले हरि सिंह महाविद्यालय का सेंटर नरेंद्र सिंह कॉलेज में पड़ा था और 25 से परीक्षा शुरू होनी थी लेकिन 23 को पत्र प्राप्त हुआ है कि हम सेंटर नहीं लेंगे. इससे पहले हम लोगों ने गंगा देवी में सेंटर दिया था, लेकिन छात्रों के विरोध के बाद वहां से चेंज करना पड़ा. कॉलेज में बरामदा इतना लंबा चौड़ा दिया गया है तो हम लोगों को इस्तेमाल करने में कोई दिक्कत नहीं है.



एनसीसी कैडेट्स ने किया विक्षक का कार्य


वहीं एनसीसी कैडेट्स द्वारा विक्षक का कार्य करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कॉपी वितरण करने का अधिकार उन्हें नहीं है, लेकिन भारत सरकार से अधिकार मिला हुआ है कि शांति व्यवस्था कायम करना है. ऐसे में एनसीसी के छात्रों को लगाया गया है. मुंगेर विश्वविद्यालय के कॉलेज में कदाचार मुक्त परीक्षा चल रही है. बता दें कि यही हाल टेटिया बंबर स्थित जगन्नाथ प्लस टू उच्च विद्यालय की थी.


ये भी पढ़ें: Manish Kashyap News: 'मैं चारा चोर का बेटा नहीं...', यूट्यूबर मनीष कश्यप पर फिर मामला दर्ज, 4 पुलिसकर्मी भी सस्पेंड