Mokama Firing Case: 22 जनवरी को मोकामा के नौरंगा जलालपुर गांव में अनंत सिंह के समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच जमकर गोलीबारी हुई थी. इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से पचमहला थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. पुलिस ने भी अपनी ओर से एक एफआईआर दर्ज की थी. सोनू को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि अनंत सिंह भी सरेंडर करने के बाद जेल में हैं. अब पटना पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी है.

Continues below advertisement

बताया जाता है कि मोनू अभी तक फरार है. पुलिस अब मोनू सिंह की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है. कई ठिकानों पर छापेमारी भी की गई है. उम्मीद की जा रही है कि बहुत जल्द मोनू सिंह के घर की कुर्की-जब्ती पुलिस करेगी. इश्तेहार चस्पा करेगी. यानी सरेंडर नहीं किया तो बहुत जल्द एक्शन देखने को मिलेगा.

कोर्ट में इश्तेहार के लिए दिया गया आवेदन

Continues below advertisement

पटना पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बीते गुरुवार (06 फरवरी, 2025) को बताया कि इस मामले में पुलिस पूरी तत्परता से काम कर रही है. पूर्व में मोकामा का इतिहास रहा है कि ऐसी घटनाएं निरंतर चलती रही हैं लेकिन पुलिस उस पर अब लगाम लगाने लगी है. मोनू पर दबिश बनाने के लिए कोर्ट में इश्तेहार के लिए आवेदन दिया गया है. उम्मीद है कि एक-दो दिन में आदेश पत्र आ जाएगा. अगले सप्ताह में संभव है कि मोनू सिंह अगर गिरफ्तार नहीं होता है या आत्मसमर्पण नहीं करता है तो उसके घर की कुर्की-जब्ती की जाएगी.

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि 22 जनवरी को मोकामा के पचमहला थाना क्षेत्र स्थित नौरंगा जलालपुर गांव में पूर्व विधायक अनंत सिंह अपने समर्थक के साथ गए थे. अनंत सिंह की ओर से बताया गया था कि उसी गांव के सोनू के मुंशी रहे मुकेश सिंह के घर पर सोनू-मोनू ने कब्जा करके ताला लगा दिया था. उसी बात को लेकर समझाने के लिए अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ सोनू-मोनू के घर गए थे. यहीं दोनों पक्षों की ओर से गोलीबारी हो गई थी. अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली भी लगी थी. अनंत सिंह के सरेंडर करने के बाद जमानत के लिए याचिका दाखिल की गई थी लेकिन उसे खारिज कर दिया गया है. सोनू सिंह भी जेल में है.

यह भी पढ़ें- सुपरकॉप मनु महाराज के दिल में बिहार, एक बार फिर कर दिया साबित, उत्तराखंड में ऐसे किया गदगद