Bima Bharti Resignation: लोकसभा चुनाव से पहले जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को बड़ा झटका लगा है. बिहार के रुपौली से जेडीयू विधायक बीमा भारती ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. वहीं, बीमा भारती ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की सदस्यता भी ग्रहण कर ली है. अब वह आरजेडी की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं. 


बता दें, बीमा भारती जेडीयू की उन दो विधायकों में शामिल थीं, जो 12 फरवरी को विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान नदारद थी.






लोकसभा चुनाव में फंस सकता है पेंच
अब राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बीमा भारती पूर्णिया से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ती हैं तो पप्पू यादव को कांग्रेस से मधेपुरा में लड़ाया जा सकता है. हालांकि, शरद यादव के बेटे शांतनु को राजद से मधेपुरा से लड़ाए जाने की चर्चा थी. अब शायद शांतनु को मौका न मिले. वहीं, यह भी हो सकता है कि अगर कांग्रेस और राजद का गठबंधन टूटे तो पप्पू यादव को पूर्णिया से चुनावी मैदान में उतारा जाए.


पूर्णिया से ही चुनाव लड़ना चाहती हैं बीमा भारती
आरजेडी की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही बीमा भारती ने कहा, 'मैं अति पिछड़े समाज से आती हूं. जो सम्मान मुझे मिलना चाहिए था वो मुझे नहीं मिला. मेरे पति कार्यकर्ताओं को जेल में भेजा गया. नीतीश जी का मैं सम्मान करती हूं लेकिन उनके आगे पीछे जो लोग हैं उन्हें बरगलाते हैं. लालू जी मेरे पितातुल्य हैं. उन्होंने हमें इज्जत दी. मैं अपने पुराने घर में आ गई हूं. ऐसा लग रहा है कि मैं अपने घऱ में आ गई हूं और सुरक्षित हूं. पूर्णिया की जनता तैयार है, मैं पूर्णिया से लड़ूंगी. मेरे नेता तेजस्वी, पितातुल्य लालू यादव और माता राबड़ी जहां कहेंगी वहां से चुनाव लड़ेंगे.'




पप्पू यादव ने कही पूर्णिया न छोड़ने की बात
गौरतलब है कि इन सबके बीच पप्पू यादव का बड़ा बयान आ गया है. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि वह पूर्णिया छोड़ने के बिल्कुल मूड में नहीं हैं. पप्पू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 'मर जाएंगे लेकिन कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे. दुनिया छोड़ देंगे, लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे.'






गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव, बीमा भारती को पूर्णिया से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं और कांग्रेस पप्पू यादव को पूर्णिया से लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारना चाहती है. अब दोनों पार्टियों के बीच महागठबंधन में यहीं पर पेंच फंसा हुआ है. 


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