गया में सोमवार की शाम सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार डीएम शशांक शुभंकर के साथ शहर में ई-रिक्शा पर बैठकर निकल गए. ये मंजर देख कर हर कोई हैरान रह गया. जहां से भी ये रिक्शा गुजरा, वहां लोग देख कर सोचने लगे कि आखिर मंत्री और अधिकारी कर क्या रहे हैं?  

उबड़-खाबड़ सड़कों में फंसा ई-रिक्शा 

दरअसल नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार और डीएम शशांक शुभंकर गया में पितृपक्ष मेला की तैयारी का जायजा लेने निकले थे. इस दौरान उबड़-खाबड़ सड़कों में मंत्री और डीएम का ई-रिक्शा फंस गया और पलटने से बच गया. वहीं मंत्री की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने रिक्शे को पकड़कर जर्जर सड़क को पार कराया. बता दें कि इसी क्षेत्र से डॉ प्रेम कुमार लगातार 7 बार से विधायक रहे हैं.

निरीक्षण के दौरान इस क्षेत्र में सड़क पर कहीं नाली का ढक्कन खुला मिला तो कहीं सड़क पर सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे हैं, जिसे देख सहकारिता मंत्री ने कहा, "पितृपक्ष मेला शुरू होने के पहले सभी चीजें दुरुस्त हो जाएंगी. एक-एक चीजों को बारीकी से देखा जा रहा है. पितृपक्ष मेला में बिहार सरकार के जरिए करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं, ताकि मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो. विश्वास रखिए जिला प्रशासन, बिहार सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग से इसे सफल बनाने के लिए डीएम लगे हुए हैं".

क्या बोले डीएम शशांक शुभंकर? 

वहीं मौके पर उपस्थित गया डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि बिहार सरकार और सबकी मदद से यह मेला अच्छा मेला होता है. इस बार होने वाले मेले की तैयारी का हमलोग लगातार निरीक्षण कर रहे हैं. जहां-जहां कमी है, उसे दूर किया जा रहा है. मेला क्षेत्र में जो भी कमी है उसे 25 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा. ताकि जो भी यात्री आएंगे उन्हें अच्छा अनुभव हो. 

बता दें कि पितृपक्ष मेला के दौरान देश-विदेश से 15 दिनों की अवधि में लाखों की संख्या में हिन्दू सनातन धर्मावलंबी यहां आकर अपने पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए पिंडदान, तर्पण करते हैं.

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