जन सुराज पार्टी से प्रभावित होकर लगातार दूसरे दलों के लोग इससे जुड़ रहे हैं. इस क्रम में जेडीयू को पूर्वी चंपारण में झटका लगा है. बुधवार (17 सितंबर, 2025) को पूर्वी चंपारण जिले के गोविंदगंज विधानसभा से तीन बार विधायक रहीं मीना द्विवेदी अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ जन सुराज पार्टी में शामिल हो गई हैं.
प्रशांत किशोर ने किया स्वागत
जेडीयू के जिला एवं प्रखंड स्तर के कई पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ उन्होंने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर से मुलाकात की. पार्टी को अपना समर्थन दिया. प्रशांत किशोर ने सभी को जन सुराज की सदस्यता दिलाई और पीला गमछा ओढ़ाकर स्वागत किया.
कौन हैं मीना द्विवेदी?
मीना द्विवेदी पूर्वी चंपारण जिले के बड़े राजनीतिक परिवार से संबंध रखती हैं. साल 1995 में उनके देवर देवेंद्र नाथ दुबे समता पार्टी से विधायक बने थे. साल 1998 के उपचुनाव में उनके पति भूपेंद्र नाथ दुबे विधायक बने. फिर साल 2005 के फरवरी और नवंबर व 2010 में हुए विधानसभा चुनावों में मीना द्विवेदी खुद जेडीयू से विधायक बनीं. उनके समर्थन से जन सुराज पार्टी को चंपारण की राजनीति में मजबूती मिलेगी.
गोविंदगंज से सुनील मणि हैं विधायक
बता दें कि जिस गोविंदगंज विधानसभा सीट से मीना द्विवेदी तीन बार विधायक रही हैं वहां से वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सुनील मणि तिवारी विधायक हैं. इस बार देखना होगा कि यह सीट जेडीयू के खाते में जाती है या फिर बीजेपी अपने पास रखती है. सीट बंटवारे के बाद ही पता चलेगा.
सुनील मणि तिवारी ने 2020 में कांग्रेस पार्टी के ब्रजेश कुमार को पराजित कर यहां का प्रतिनिधित्व हासिल किया था. अब देखना होगा कि इस बार जब जन सुराज भी मैदान में है तो मीना द्विवेदी के पार्टी में आने से कितना किसका खेल बनता-बिगड़ता है. क्या पार्टी में आने के बाद मीना द्विवेदी को जन सुराज से टिकट मिलेगा यह भी अपने आप में बड़ा सवाल है.