Jammu Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल, 2025) को हुए आतंकी हमले में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो के एक अधिकारी मनीष रंजन बिहार के रोहतास के रहने वाले थे. करगहर थाना क्षेत्र अंतर्गत अरूहीं गांव में उनका पैतृक आवास है. सासाराम के गौरक्षणी मोहल्ले में भी इनका एक निजी मकान है जहां इनके चाचा-चाची रहते हैं. इस घटना के गांव में शोक का माहौल है.
2010 में हुई थी मनीष रंजन की शादी
मनीष के चाचा आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मनीष रंजन की शादी इलाहाबाद में वर्ष 2010 में हुई थी. उसे एक बेटा और एक बेटी है. उन्होंने बताया कि मनीष हैदराबाद में पदस्थापित थे. माता-पिता के साथ बंगाल के झालदा में रहते थे. उन्होंने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी रात के करीब नौ बजे हुई जब टीवी पर आतंकियों के हमले की खबर देखी. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वह न्याय चाहते हैं और आतंकियों को खत्म कर देना चाहिए. उन्होंने कहा, "हमने एक होनहार बेटे को खो दिया है. मनीष देश की सेवा कर रहा था. सरकार को इस हमले के पीछे शामिल आतंकियों को सख्त सजा देनी चाहिए."
तीन भाइयों में सबसे बड़े थे मनीष रंजन
परिवार वालों ने जानकारी दी कि मनीष रंजन तीन भाइयों में सबसे बड़े थे. एक भाई विनीत रंजन एक्साइज विभाग में अधिकारी हैं जिनकी पोस्टिंग झारखंड में है. दूसरा छोटा भाई राहुल रंजन छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में फूड इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थापित है.
शिक्षक थे पिता… बंगाल में रहता है पूरा परिवार
बताया गया कि मनीष रंजन के पिता मंगलेश मिश्रा एक सेवानिवृत्त शिक्षक हैं. बंगाल के पुरुलिया जिला अंतर्गत झालदा हाई स्कूल में पढ़ाते थे. बता दें कि हैदराबाद में तैनात आईबी अधिकारी मनीष रंजन अपने परिवार के साथ छुट्टी पर घूमने के लिए कश्मीर गए थे. आतंकियों के हमले में वे मारे गए. आतंकियों ने बच्चों और पत्नी के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी.
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