Bihar News: पीएम मोदी के बिहार दौरे का आज दूसरा दिन है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार चुनावी राज्य बिहार के दौरे पर आए हैं. उन्होंने बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित किया. निशाने पर आरजेडी और लालू परिवार रहा. पीएम मोदी ने आरजेडी पर निशाना साधा तो पार्टी सांसद मनोज झा ने प्रधानमंत्री मोदी से एक के बाद एक कई सवाल दाग दिए. 

जातीयगणना पर बोलना चाहिए था-मनोज झा

मनोज झा ने कहा कि मोदी को बिहार में विशेष राज्य का दर्जा देने पर बात करना चाहिए थी. जातीयगणना पर बोलना चाहिए था. बिहार में बढ़े हुए 65% आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में डाला जाएगा. इस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा. अफसोस उन्होंने काम की बातें नहीं कीं, जिसकी सबसे ज्यादा अभी जरूरत है.

आरजेडी सांसद ने आगे कहा, "जनता यह सुनना चाहती थी कि 20 वर्षों में सीएम नीतीश ने बिहार के लिए क्या काम किया? हम लोग यही उम्मीद किए थे की पीएम मोदी की नजर बिहार को लेकर वही होगी जो गुजरात को लेकर है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कुछ दिन पहले ही चिट्टी लिखी थी. मांग की थी कि अर्धसैनिक बलों के जवान जो शहीद होते हैं उनको भी शहादत का दर्जा दिया जाए. उस पर मोदी चुप्पी साध गए.

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अब तक लौटा भी नहीं है, पीएम मोदी अभी से ही घरेलू राजनीति करने लगे. इस मुद्दे पर तो पूरा विपक्ष एकजुट था. सामाजिक न्याय के लिए आपने क्या किया बताइए? निजी क्षेत्र में आरक्षण देने पर बात करिए.

पीएम ने लालू यादव पर क्या कहा था?

बता दें पीएम ने लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन पर बिहार की रेलवे को आधुनिक करने की जिम्मेदारी थी, उन्होंने भ्रष्टाचार किया. सामाजिक न्याय का उनका तरीका यही था कि गरीबों को लूटना और खुद राजशाही की मौज करना. 

पीएम ने कहा कि जंगलराज वालों के झूठ और धोखे से सावधान रहना बहुत जरूरी है, जिन लोगों ने बिहार को सबसे ज्यादा ठगा. इनके दौर में बिहार के गरीब और वंचित तबके को बिहार छोड़कर जाना पड़ा. आज वही लोग सत्ता पाने के लिए सामाजिक न्याय का झूठ बोल रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बिहार में उच्च जाति के विकास के लिए आयोग का गठन, विधानसभा चुनाव से पहले CM नीतीश का बड़ा फैसला