पटना: कोरोना के कहर के बीच बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शनिवार को एबीपी न्यूज से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर राज्य सरकार द्वारा की गई तैयारियों की पूरी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि साल 2020 में कोरोना देश के लिए बिल्कुल नया था. दोनों लहरों के दौरान आई कठिनाइयों और परेशानियों से हमने सीख ली और उसी हिसाब से हम लोगों ने बेहतर तैयारी करने की कोशिश की. अब तीसरी लहर की चुनौती ओमिक्रोन के रूप में हमारे सामने है. ऐसी स्थिति में जो महत्वपूर्ण है वो ये है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण कराना है.


कोरोना टेस्टिंग कभी कम नहीं होने दिया


उन्होंने कहा कि टीकाकरण ही बचाव का सबसे बेहतर उपाय है. सबने देखा कि बिहार ने इस काम को कितना बेहतर किया. वैक्सीनेशन के मामले में देश के टॉप-5 राज्यों में हम शामिल हैं. अभी तक हमने 10 करोड़ 34 लाख से भी अधिक टीकाकरण कर लिया है. बच्चों को भी तेजी से टीकाकृत किया जा रहा है. कोरोना से बचने का दूसरा उपाय टेस्टिंग था. वो भी हम लगातार करते रहे. हमारे पास एक्टिव केस बहुत कम हो गए थे. लेकिन हमने टेस्टिंग को कभी कम नहीं होने दिया.


Bihar News: घर तक COVID किट पहुंचाएगा विभाग, बाहर निकलने की नहीं पड़ेगी जरूरत, केवल करना होगा ये काम 


मंगल पांडेय ने कहा कि इन सभी कामों के बीच हमने स्वास्थ्य व्यवस्था को और दुरुस्त किया. ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाई गई. सभी अस्पतालों में पीएसए प्लांट लगाए गए हैं. केंद्र सरकार और एनजीओ की मदद से लगभग 125 जगहों पर पीएसए प्लांट लगाए जा चुके हैं. जो हवा से ऑक्सीजन को निकालकर ऑक्सीजन की सप्लाई करता है. पिछली बार भी ऑक्सीजन किसी भी अस्पताल में खत्म नहीं हुआ था. हां, दबाव जरूर बना रहता था. लेकिन इस बार ऐसी व्यवस्था है कि ना अफरा तफरी रहेगी, ना लोगों को ऑक्सीजन की दिक्कत होगी. जितने ऑक्सीजन की आवश्यकता हमें है, उससे ज्यादा ऑक्सीजन का उत्पादन हम कर रहे हैं.


मैन पावर की नहीं होगी कमी


स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मैन पवार की बहुत ज्यादा जरूरत थी. इसलिए हमने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली की. वहीं, कल एक और आदेश जारी किया है कि इसके अतिरिक्त भी यदि किसी हॉस्पिटल में प्रिंसिपल सुपरिटेंडेंट को, किसी जिले में सिविल सर्जन या जिलाधिकारी को और भी किसी प्रकार के मानव बल की जरूरत है तो वे अपने हिसाब से रिक्रूट कर सकते हैं. इसके साथ ही जो जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल हैं, वहां आईसीयू बेड बढ़ाने का भी काम पैरेलेल चल रहा था.


इस बार हम बिल्कुल तैयार


मंत्री ने कहा कि पिछली बार वेंटिलेटर चलाने वाले स्टाफ को ट्रेनिंग की जरूरत थी. इस बार वो भी किया गया. दवाओं की जितनी जरूरत है, हम लोगों ने तैयार कर रखी है. वहीं, इस बार घर में आइसोलेटेड कोरोना मरीजों के लिए कोरोना किट डाक के माध्यम से भेजने की व्यवस्था की गई है. इस बार हम बिल्कुल तैयार हैं. हमलोग लोगों की सेवा कर रहे हैं.


यह भी पढ़ें -


CM नीतीश के सपने को पलीता लगा रही हरियाणा की पुलिस! अरवल की ये घटना जानकर चौंक जाएंगे आप


BJP के सूर्य नमस्कार दिवस पर बवाल, JDU MLC बोले- अल्लाह ने पैदा किया सूरज, नहीं कर सकते आराधना