LJPR MP Rajesh Verma: बिहार की राजनीति में इन दिनों चाचा-भतीजे की पॉलिटिक्स चर्चा में है. समय ने करवट लिया और चाचा के हाथ से उनका पार्टी कार्यालय निकल गया. यहां तक कि उनकी पार्टी भी अब दो राहे पर आ कर खड़ी हो गई. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सुप्रीमो पशुपति कुमार पारस ने पार्टी कार्यालय से हटने के बाद दो दिनों तक अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की, लेकिन एनडीए का हिस्सा रहेंगे या नहीं इस पर अभी तक निर्णय नहीं हुआ है.
'वह एनडीए के हिस्सा कहां हैं'?
उधर चिराग पासवान ने साफ तौर पर कह दिया कि वह तो एनडीए के हिस्सा है ही नहीं. अब उनकी पार्टी के सांसद राजेश वर्मा ने भी कहा है कि वह एनडीए के हिस्सा कहां हैं? लोकसभा में भी वह नजर नहीं आए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए के घटक दलों की बैठक की थी. इसमें उनके कोई नेता नजर नहीं आए तो अब उनकी पार्टी कहां है?
सांसद राजेश वर्मा ने कहा कि पशुपति कुमार पारस तो स्वार्थ की राजनीति करते हैं और अपने स्वार्थ के लिए पार्टी को तोड़ दिया था, तो उनके साथ नेता हैं कहां? राजेश वर्मा ने साफ कहा कि जो कुछ नेता हैं वह हम लोग के संपर्क में हैं. बातचीत चल रही है. जल्द हमारी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के साथ आ जाएंगे.
बिहार उपचुनाव के रिजल्ट पर क्या कहा?
झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा के हुए चुनाव और बिहार में हुए चार सीटों पर उपचुनाव का रिजल्ट कल शनिवार को आएगा. उस पर राजेश वर्मा ने कहा कि बिहार के सभी चारों सीटों पर एनडीए की जीत होगी, जबकि झारखंड और महाराष्ट्र में एनडीए के समर्थन में सरकार बना बनेगी. हम लोग वहां दो तिहाई बहुमत से दोनों जगह पर चुनाव जीत रहे हैं. लालू प्रसाद यादव के बयान पर कहा कि वह मेरे अभिभावक हैं, मैं उन पर ज्यादा क्या बोलूंगा? अब तो कुछ ही समय बचे हुए हैं. कल तो रिजल्ट आ जाएगा.
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