Lok Sabha Elections: एक तरफ बिहार में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है तो वहीं दूसरी ओर आरजेडी की ओर से प्रत्याशी तय किए जा रहे हैं जिसको लेकर महागठबंधन में शामिल दलों के बीच टेंशन की स्थिति दिख रही है. सूत्रों के अनुसार आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने अपनी दो बेटियों रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) और मीसा भारती (Misa Bharti) को टिकट देने का फैसला कर लिया है.


सूत्रों के अनुसार लालू यादव ने मीसा भारती को पाटलिपुत्र से और रोहिणी आचार्य को सारण से लोकसभा चुनाव लड़वाने का फैसला ले लिया है. पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर सातवें चरण में चुनाव है. एक जून को सातवें चरण का मतदान होना है. वहीं बात अगर सारण लोकसभा सीट की करें तो यहां पांचवें चरण में मतदान होना है. पांचवें चरण की वोटिंग 20 मई 2024 को होनी है.


इससे पहले लालू यादव ने बीते गुरुवार (21 मार्च) को पहले चरण की चार सीटों के लिए प्रत्याशियों को सिंबल दे दिया. गया से कुमार सर्वजीत, नवादा से श्रवण कुशवाहा, औरंगाबाद से अभय कुशवाहा (जेडीयू के पूर्व विधायक) और जमुई से अर्चना रविदास को आरजेडी से सिंबल दिया गया है. वहीं दूसरी ओर वाम दल के साथ कांग्रेस पार्टी भी टकटकी लगाई बैठी है कि उन्हें सीटें कब मिलेंगी.


पाटलिपुत्र लोकसभा सीट को समझिए


मीसा भारती पाटलिपुत्र से दो बार भाग्य आजमा चुकी हैं, लेकिन बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव से दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि जीत-हार का अंतर ज्यादा नहीं रहा है. 2014 में मीसा भारती महज 38000 वोटों से हारी थीं. 2019 में 39000 वोटों से हारी थीं. इस सीट से लालू प्रसाद यादव भी भाग्य आजमा चुके हैं, लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा है. 2009 में लालू प्रसाद यादव 23541 वोटों से हारे थे. जेडीयू से रंजन प्रसाद यादव की जीत हुई थी. रंजन प्रसाद को 2 लाख 69 हजार 298 वोट मिले थे, जबकि लालू प्रसाद यादव को 245757 वोट मिले थे. उस समय पाटलिपुत्र पटना लोकसभा में ही था. उस वक्त 2004 में आरजेडी से रामकृपाल यादव ने जीत दर्ज की थी.


सारण लोकसभा सीट को जानें


पुराने परिसीमन में यह छपरा लोकसभा क्षेत्र था. 2009 से नए परिसीमन के बाद इस क्षेत्र का नाम सारण लोकसभा क्षेत्र हुआ. 2014 से लगातार यह सीट बीजेपी के सांसद राजीव प्रताप रूडी के खाते में है. 2009 में इस सीट पर लालू प्रसाद यादव ने जीत दर्ज की थी. राजीव प्रसाद रूडी को हार का सामना करना पड़ा था. 2004 में भी लालू प्रसाद यादव दो जगह से चुनाव लड़े थे छपरा और मधेपुरा, जिसमें दोनों सीटों पर जीत मिली थी.


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