Bihar Education Department: ग्रीष्मावकाश में कमजोर छात्रों को दक्ष बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने विशेष अभियान चलाया लेकिन जब परीक्षा की बारी आई तो सिस्टम ही फेल हो गया. बुधवार (15 मई) से परीक्षा ली जानी थी लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से कोई स्पष्ट आदेश जारी नहीं हुआ. स्कूलों के प्राचार्य और संबंधित पदाधिकारी विभाग के आदेश का इंतजार कर रहे हैं. कोई आदेश नहीं आने की वजह से बुधवार को होने वाली परीक्षा नहीं होगी.


ऐसे में सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने जब मिशन दक्ष को शुरू कराया तो परीक्षा में सिस्टम कैसे फेल हो गया? क्या अब इस गलती पर शिक्षा विभाग से जुड़े पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी? दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर मिशन दक्ष के तहत स्पेशल कक्षा का संचालन किया जा रहा था. गोपालगंज के 1889 स्कूलों के करीब 53610 छात्र जो अपने वर्ग में कमजोर हैं या परीक्षा में फेल कर चुके हैं उनका चयन कर ग्रीष्मावकाश में पढ़ाया गया.


इन सभी छात्रों की परीक्षा 15 मई को ली जानी थी कि उनकी प्रतिभा में कितना सुधार हुआ. हालांकि अभी तक कोई आदेश नहीं मिलने के कारण सभी शिक्षक टेंशन में हैं. स्कूल के प्रधानाध्यापक ने परीक्षा की पूरी तैयारी कर ली थी लेकिन आदेश नहीं आया कि परीक्षा का क्या करना है.


स्थगित की गई आज की परीक्षा: प्रभारी डीपीओ


प्रभारी डीपीओ ब्रजेश कुमार पाल ने बताया कि अभी तक पटना से परीक्षा से संबंधित कोई सूचना नहीं मिली है. आदेशानुसार 15 अप्रैल से मिशन दक्ष के तहत कक्षा संचालित करने और 15 मई को परीक्षा लेने का आदेश पहले ही प्राप्त हुआ था. हालांकि परीक्षा कैसे लेनी है विभाग से अभी तक कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है. इसके कारण 15 मई को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी गई है. प्रभारी डीपीओ ने कहा कि विभाग से आदेश आने के बाद परीक्षा ली जाएगी.


बता दें कि मिशन दक्ष की कक्षा का संचालन एक दिसंबर 2023 से हो रहा है. सभी प्रारंभिक स्कूलों में इसके तहत विशेष कक्षा का संचालन हो रहा है. इससे करीब 52 हजार विभिन्न विषयों में कमजोर छात्रों को दक्ष बनाने का मिशन था. 


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