Book Released In JDU Office: जन नायक कर्पूरी ठाकुर के 37वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सोमवार को जेडीयू प्रदेश कार्यालय में कर्पूरी परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस मौके पर जेडीयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री विजेंद्र यादव, मंत्री श्रवण कुमार, सहित जेडीयू के कई बड़े नेता मौजूद रहे. तमाम नेताओं ने कर्पूरी ठाकुर के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. वहीं इस अवसर पर "कर्पूरी ठाकुर की पुकार है, नीतीशे कुमार है" पुस्तक का विमोचन किया गया.

लालू प्रसाद यादव के बयान पर कसा तंज 

वहीं कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री श्रवण कुमार ने कुंभ को लेकर लालू प्रसाद यादव के दिए गए बयान पर तंज कसा. साथ ही कहा कि जो घटना घटी है. वह बेहद ही दुखद है. पूरा देश इस घटना से मर्माहत है. इस घटना में जो भी लोग घायल हुए हैं या मृत्यु हुई है, उनके परिवारजनों को पूरे देश के लोग अपनी तरफ से संवेदना दे रहे हैं और ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि उनको भगवान यह शक्ति दें कि वह इस दुख की घड़ी में संयम बरत सकें.

यदि कोई घटना होती है तो उसकी जांच होती है और इस घटना की भी जांच सरकार करवा रही है. जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी. बहुत जल्दी कोई भी फैसला लेने की आवश्यकता नहीं है, जब जांच का रिजल्ट आएगा तो निश्चित रूप से उसमें जो दोषी होंगे उनको दंडित किया जाएगा. वहीं लालू यादव के कुंभ फालतू है के बयान पर उन्होंने कहा कि सब लोगों को अपने-अपने धर्म के प्रति अपने काम के प्रति, अपने देवी देवताओं के प्रति आराधना करने का पूजा करने का अधिकार है. 

वहीं नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार क्या डील करने गए थे. इस पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव तब तक सवाल खड़े करते रहेंगे, जब तक उनको कुर्सी नहीं मिल जाती है. तेजस्वी यादव को कुर्सी के लिए बेचैनी है. 2025 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को कुर्सी मिलने वाली नहीं है. जनता तय करती है कि कौन इस कुर्सी का मलिक होगा, कौन इस कुर्सी का हकदार होगा? .बिहार की सरकार ने जो इस बिहार के लिए काम किया है, उसका जोड़ देश का कोई राज्य नहीं दे सकता है.

RJD के 15 सालों के शासनकाल पर साधा निशाना

तेजस्वी यादव के माता-पिता के 15 सालों के शासनकाल में यह राज्य घोटाले का प्रदेश बन गया था. जंगलराज का पर्यायवाची बन गया था. अब बिहार के लोग एक बार फिर से बिहार को उस हालात में लाना नहीं चाहते हैं, जो 2005 से पहले का हुआ करता था. 2005 के बाद जो बिहार में बदलाव हुआ उसे एक बार फिर से बिहार के लोग देखना चाहते हैं. इसलिए 2025 में एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ही रहेंगे.

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