Jharkhand Election 2024: झारखंड में बीजेपी चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा के बयान से जेडीयू सहमत नहीं है. राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने रविवार को कहा कि झारखंड में हम लोग नीतीश मॉडल के आधार पर चुनाव लड़ रहे हैं. बिहार को परिवारवाद से नीतीश कुमार ने मुक्ति दिलाई. अब नीतीश कुमार झारखंड को परिवारवाद से मुक्ति दिलाएंगे.
'सीएम नीतीश के चेहरा से एनडीए को मिलेगा फायदा'
श्याम रजक ने कहा कि घुसपैठिये सवाल नहीं हैं. सवाल यह है कि झारखंड के आदिवासी, दलित, मुस्लिम जिस तरह से परिवारवाद और भ्रष्टाचार से आतंकित हैं उस आतंक को खत्म को करने की जरूरत है. जिस तरह बिहार के विकास के लिए हम लोग चुनाव लड़ते हैं. उसी तरह झारखंड के विकास के लिए हम लोग एनडीए में चुनाव लड़ रहे हैं. नीतीश कुमार के अनुभव का लाभ झारखंड में एनडीए को मिलेगा. बता दें झारखंड एनडीए में जेडीयू को दो सीटें मिली हैं.
हिमंता बिस्वा सरमा के बयान राजनीति गरमाई
वहीं, असम के मुख्यमंत्री व झारखंड चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने घुसपैठियों के लेकर कड़ा रुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा है कि अगर राज्य में लगातार ऐसे ही घुसपैठियों की संख्या बढ़ी तो आने वाले 20 साल में हिंदू आबादी में भारी कमी आ जाएगी. उन्होंने कहा कि ये कमी 50 फीसद तक पहुंच सकती है. झारखंड सरकार राज्य में ‘घुसपैठियों को संरक्षित’ कर रही है.
घुसपैठियों पर अमित शाह का आया बड़ा बयान
वहीं, झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का संकल्प पत्र जारी करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है. घुसपैठियों को नहीं रोका गया तो राज्य की संस्कृति, रोजगार और अस्मिता पर गंभीर संकट खड़ा हो जाएगा. केंद्र सरकार राज्य में एक-एक बांग्लादेशी घुसपैठिए की पहचान कर उन्हें डिपोर्ट करेगी. हेमंत सोरेन को घुसपैठियों में अपना वोट बैंक दिखाई देता है. घुसपैठियों की वजह से आदिवासियों की संख्या घट रही है, डेमोग्राफी बदल रही है और हेमंत सोरेन की सरकार अपनी धुन में मस्त है. वादा करता हूं कि बीजेपी सरकार आएगी, तो घुसपैठियों को झारखंड से बाहर निकालेगी.
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