पटना: भागलपुर में खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच निर्माणाधीन पुल के सुपर स्ट्रक्चर के गिरने के मामले में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. इस बीच बिहार में जेडीयू के वरिष्ठ नेता और परबत्ता से एमएलए डॉ संजीव कुमार ने प्रत्यय अमृत की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं.


उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जिस व्यक्ति के मार्गदर्शन में यह हादसा हुआ है वैसे व्यक्ति को इस जांच के कार्य से दूर रखना चाहिए. उन्होंने मामले में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया है.



पुल हादसे पर क्या कहते हैं जेडीयू विधायक डॉ संजीव कुमार?


जेडीयू विधायक डॉ संजीव कुमार ने कहा कि जिस तरह से यह पुल गिरा है वैसे यह पुल गिरता नहीं. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इसमें कोई स्ट्रक्चरल फॉल्ट होगा. पदाधिकारियों की मिली भगत होगी तभी यह हादसा हुआ है, क्योंकि मैं पहले ही सदन के माध्यम से और निजी तौर पर मिलकर पदाधिकारियों को अवगत करा चुका हूं कि यह आशंका है कि ऐसी दुर्घटना घटेगी और वह घट गई. मुख्यमंत्री ने मामले में तुरंत एक्शन लिया और जांच के आदेश दिए हैं.


डॉ संजीव कुमार ने कहा कि जिनके मार्गदर्शन में यह घटना घटी है, उन्हें इस जांच से अलग रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर तरह से इसकी जांच होनी चाहिए. प्रत्यय अमृत पर उन्होंने कहा कि यह गलती इनके विभाग की है तो जिम्मेदारी तो इनकी बनती ही है. विभाग के बाकी लोग भी इसके जिम्मेदार हैं. उनहोंने कहा कि एक व्यक्ति की गलती से ऐसा नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि प्रत्यय अमृत से मिलकर मैंने फोटो दिखाया था कि देखिये 10 और 11 नंबर पिलर पर क्रैक आया है.


विधायक ने कहा - यह बड़ा मुद्दा है इसकी न्यायिक जांच हो


उन्होंने कहा था कि डिसमैंटल कराएंगे जो नहीं कराया और उसी पर कंस्ट्रक्शन होता चला गया. उन्होंने कहा कि मैं सीएम से मिलकर यह अपील करूंगा कि वैसे आदमी को जांच से दूर रखा जाए जिनके मार्गदर्शन में यह हादसा हुआ है. उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा मुद्दा है, इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए. 


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