Gopal Mandal to Media: बिहार की राजनीति में अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित जेडीयू विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने पत्रकारों को 'दामाद' कहकर संबोधित कर दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया. हालांकि, विवाद बढ़ता देख उन्होंने तुरंत माफी भी मांग ली.
पत्रकारों से उलझे गोपाल मंडलयह पूरा मामला 4 अप्रैल को पटना स्थित जनता दल यूनाइटेड (JDU) कार्यालय में हुआ, जहां गोपालपुर विधानसभा से विधायक गोपाल मंडल पहुंचे थे. वहां मौजूद पत्रकारों ने जब उनसे सवाल पूछे तो वह अचानक भड़क गए. सवालों से असहज होकर उन्होंने पत्रकारों से कह दिया, "आप दामाद बने हैं क्या?" इस टिप्पणी के बाद वहां मौजूद पत्रकारों ने आपत्ति जताई और कहा कि वे मर्यादा में रहकर बात करें.
स्थिति बिगड़ते देख जेडीयू के वरिष्ठ नेता और बिहार विधान परिषद के सदस्य संजय गांधी तथा पूर्व सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी को बीच-बचाव करना पड़ा. किसी तरह मामला शांत कराया गया.
विवाद बढ़ते ही मांगी माफीपत्रकारों की नाराजगी बढ़ती देख गोपाल मंडल ने तुरंत हाथ जोड़ते हुए माफी मांगी और कहा, "आप लोग गुस्सा मत होइए, हम आपके बड़े भाई हैं." इसके बाद उन्होंने वक्फ संशोधन बिल पर बात करते हुए कहा कि यह मुस्लिमों के हित में लाया गया है और इससे कोई अल्पसंख्यक नाराज नहीं है.
जब उनसे जेडीयू के अल्पसंख्यक नेताओं की नाराजगी पर सवाल किया गया तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा, "नीतीश जी सबको समझा लेंगे, सब कंट्रोल में हैं. 2025 के चुनाव में कोई नुकसान नहीं होगा, सभी विधायक अपनी तैयारी करें."
आरजेडी को दी तीखी प्रतिक्रियाअपने बयान में गोपाल मंडल ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, "आरजेडी हमें गिरगिट कह रहा है, लेकिन सच्चाई यह है कि नीतीश कुमार अपनी कुर्सी पर स्थिर रहते हैं, इधर-उधर तो अन्य दलों के नेता होते हैं." उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार स्वाभिमानी नेता हैं और उनके जैसा कोई मुख्यमंत्री आगे नहीं बनने वाला.
नीतीश के बेटे निशांत पर भी बोलेबातचीत के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार पर भी टिप्पणी की. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, "फिल्मों में हीरो को धीरे-धीरे दिखाया जाता है—पहले जूता, फिर पजामा, फिर घड़ी और अंत में चेहरा. इसी तरह निशांत जी भी धीरे-धीरे राजनीति में आएंगे, एकदम से नहीं."
विवादों से पुराना नातागौरतलब है कि गोपाल मंडल पहले भी कई विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोर चुके हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके इस ताजा विवाद का जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीति पर क्या असर पड़ता है.