पटना: बिहार के सिवान संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे आरजेडी नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का इसी साल एक मई को इलाज के दौरान निधन हो गया था. निधन के बाद दिवंगत नेता के समर्थकों ने साजिश के तहत इलाज के अभाव में नेता की हत्या कर देने का आरोप लगाया था. वहीं, पूरे मामले की जांच की मांग की थी. अब मामले की उच्च स्तरीय जांच शुरू हो सकती है. 


बता दें कि मामले की उच्च स्तरीय जांच को लेकर सिवान आरजेडी के नेता परवेज आलम ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है, जिसका गृह मंत्रालय की ओर से तुरंत जवाब भी मिल गया है. मंत्रालय की ओर से आए जवाब में आरजेडी नेता के आवेदन को गृह मंत्रालय में तैनात समन्वय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की संयुक्त सचिव सहेली घोष रॉय को अग्रेषित करने की जानकारी दी गई है. अब नेता को संयुक्त सचिव के जवाब का इंतजार है.


उच्च स्तरीय जांच की मांग


आरजेडी नेता परवेज आलम ने गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा है कि दिवंगत सांसद शहाबुद्दीन का निधन संदेहास्पद है. ऐसा लगता है कि गहरी साजिश के तहत उनकी हत्या हुई है. उनके इलाज में भारी लापरवाही की गई है. आखिर क्या वजह रही थी कि दो बार विधायक और चार बार सांसद रहने वाले नेता का एम्स में इलाज नहीं कराया गया. यह जांच का विषय है.


आरजेडी नेता ने पूछा है कि क्या जेल मैनुअल में वर्षों तक सांसद विधायक रहे व्यक्ति का एम्स में इलाज कराना शामिल नहीं है? परवेज आलम की मानें तो शहाबुद्दीन के निधन से बिहार सहित देश भर के विभिन्न हिस्सों में अल्पसंख्यक समुदाय की जनता काफी दुखी है. इसलिए मामले की जांच होनी चाहिए.


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