India's Largest Bridge in Bihar: बिहार के सुपौल जिले के बकौर से मधुबनी जिले के भेजा तक कोसी नदी पर भारतमाला परियोजना के तहत 10.2 किलोमीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य तेजी से जारी है. बिहार के पथ निर्माण मंत्री विजय सिन्हा ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी देते हुए बताया कि यह पुल दिसंबर 2025 में चालू हो जाएगा. इस परियोजना की कुल लागत 1,199.58 करोड़ रुपये है, जिसमें सिविल कार्यों की लागत 1,101.99 करोड़ रुपये भी शामिल है.

पुल के 171 पिलरों में से अधिकांश का निर्माण पूरा हो चुका है और 170 में से 70 स्पैन का काम समाप्त कर लिया गया है. शेष स्पैन का कार्य जून 2025 तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है. इस पुल के बन जाने से सुपौल से मधुबनी की दूरी 30 किलोमीटर कम हो जाएगी, जिससे यात्रा समय की बचत होगी और लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी.

मार्च 2024 में गाडर टूटने से मजदूर हुए थे घायलइस परियोजना का कार्यान्वयन मेसर्स गैमन इंजीनियर्स एंड कॉन्ट्रैक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और ट्रांसरेल लाइटिंग प्राइवेट लिमिटेड (संयुक्त उपक्रम) कर रही हैं. हालांकि, निर्माण के दौरान कुछ तकनीकी समस्याएं आईं, जिनके चलते परियोजना में विलंब हुआ है. बावजूद इसके, अधिकारियों और निर्माण कंपनियों के निरंतर प्रयासों से कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है.

मार्च 2024 में पुल के एक गाडर के टूटने की घटना सामने आई थी, जिससे कुछ मजदूर घायल हुए थे. इस घटना के बाद सुरक्षा मानकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.

मिथिलांचल के लाखों लोगों को मिलेगा फायदाकोसी नदी पर बन रहा यह पुल न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है. इसके बन जाने से क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी और कोसी एवं मिथिलांचल के लाखों लोगों को फायदा होगा.

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