पटना: एबीपी नेटवर्क (ABP Network) के दो दिवसीय कार्यक्रम 'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' (Ideas of India Summit 2023) में शुक्रवार को पहले दिन पहुंचे खान सर ने देश में चल रहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) पर अपनी बात कही. क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से नौकरियां भारत में कम हो जाएंगी? वह कैसे इसे देखते हैं. ऐसे तमाम सवालों का खान सर ने जवाब दिया.


भारत में आईटी रूल स्ट्रिक्ट नहीं: खान सर


खान सर ने कहा कि भारत में जब कंप्यूटर आ रहा था तो लोगों को लग रहा था कि काम ही खत्म हो जाएगा. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उसी का एडवांस वर्जन है, लेकिन ऐसा नहीं है कि लोगों का काम खत्म हो जाएगा. उस वक्त अलग जरूरतें होंगी. इंसान उसमें शिफ्ट हो जाएगा. कभी ये खत्म नहीं होगा. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग बहुत हो सकता है. इससे बचना होगा. सरकार को इसके मिसयूज को रोकने के लिए कठोर कदम उठाना चाहिए. भारत में आईटी रूल स्ट्रिक्ट नहीं है. 



भारत में कंपटीशन


स्ट्रेस को कैसे हैंडल करें बच्चे. भारत में बहुत कंपटीशन है. लोग या बच्चे क्या करें. खान सर ने कहा कि बच्चे अगल-बगल की अपेक्षा को देख लेते हैं. घबरा जाते हैं. वो अपनी मां की सुनें. कहा कि मैं फेल होता था तो मम्मी कहती थी कि तुम बहुत आगे जाओगे. मैंने कहा कि टीचर कहते हैं कि तुम धब्बा हो. इस पर मां कहती थी कि पूरी दुनिया की तुलना में 9 महीने पहले से वह जानती हैं. इसलिए हवह स्टूडेंट को भी कहते हैं कि तुम हीरा हो. तुम्हें कोई नहीं बदल सकता है. दुनिया के दबाव में नहीं आना चाहिए.


बच्चों को लगता है कि आईआईटी या आईआईएम बहुत अच्छा है. ऐसा नहीं है, यहां अच्छे लड़के गए हैं जिन्होंने आईआईटी को अच्छा बनाया है. आईआईटी बिना एग्जाम लिए और सेलेक्शन करा कर दिखा दे. वह परीक्षा लेकर और अच्छे लड़कों को चुनकर ले जाते हैं. सुसाइड आदि के बारे में नहीं सोचना चाहिए. 


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