गोपालगंज: नेपाल में जोरदार बारिश होने के बाद गंडक नदी उफान पर है. गोपालगंज में नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. पतहरा में खतरे के निशान को पार कर पानी का लेवल एक मीटर ऊपर पहुंच गया है. जलस्तर का बढ़ना लगातार जारी है. वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में बुधवार (9 अगस्त) की सुबह 2.90 लाख तो शाम छह बजे 2.39 लाख क्यूसेक डिस्चार्ज दर्ज की गई. नदी के बढ़ते जलस्तर से तटबंधों पर दबाव बढ़ा हुआ है.


बढ़ते जलस्तर को देखते हुए डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने निचले इलाके के लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थल पर चले आएं. रात में ही पानी जिले के छह प्रखंडों के 43 गांवों में फैलने की आशंका है. संबंधित अंचलों के सीओ गांवों में माइक से लोगों से अपील कर रहे हैं. तटबंधों पर निगरानी बढ़ा दी गई है. तटबंधों पर अधिकारी और इंजीनियरों की टीम कैंप कर रही है.



मुख्य अभियंता अशोक कुमार रंजन, कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार, सहायक अभियंता ओसामा वारिशी, पतहरा से लेकर बंगरा घाट तक निगरानी कर रहे हैं. यूपी के अहिरौली दान से विशुनपुर बांध भसही, काला मटिहनियां, फुलवरिया, पटेलनगर, विशंभरपुर में निरीक्षण किया. कुचायकोट सीओ सुमन सौरभ, थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार के नेतृत्व में बांध पर निगरानी बढ़ा दी गई. सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम प्रत्येक एक किलोमीटर पर श्रमिक तैनात किए गए हैं.


तटबंधों में आए रेनकट को दुरुस्त करने में जुटा विभाग


सिधवलिया प्रखंड में मानसून की सक्रियता से हो रहा है मूसलाधार बारिश से रेनकट की समस्या उत्पन्न हो गई. सिधवलिया सीओ अभिषेक कुमार तटबंधों का निरीक्षण कर रेनकट को भरने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली से मिट्टी से भरने का कार्य शुरू करा दिया.



प्राइवेट नाव के परिचालन पर लगाई गई रोक


बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्राइवेट नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गई है. बांध के प्रत्येक एक किलोमीटर पर गंडक विभाग के द्वारा दो कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं. रात में निगरानी के लिए जेनरेटर से लाइट की व्यवस्था की गई है. सरकारी छह नाव की व्यवस्था है. तिरपाल सहित अन्य सामग्री को स्टॉक किया गया है. बैकुंठपुर सीओ पंकज कुमार ने बताया कि निचले इलाके के लोगों को सतर्क किया गया है. सीतलपुर, पकहा और बहरामपुर ये तीन गांव गंडक नदी के निचले इलाके में आते हैं. इन्हें हाई अलर्ट पर रखा गया है. बांधों की निगरानी बढ़ा दी गई है. 15 नाव की व्यवस्था प्रखंड में है.


डीएम खुद कर रहे मॉनीटरिंग


डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर गंडक नदी के बांधो पर 24 घंटे लगातार संबंधित पदाधिकारियों द्वारा पेट्रोलिंग की जा रही है. पदाधिकारियों से स्थिति के पल-पल की खबर ले रहे हैं. जिला प्रशासन द्वारा गंडक नदी के निचले इलाके में रहने वाले नागरिकों को अपने मवेशियों के साथ ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को कहा गया है. सभी दियारा वासियों को अपने जानमाल की सुरक्षा के लिए के लिए ऊंचे स्थानों पर चले जाने का निर्देश दिया गया है. साथ ही अपने मवेशियों को भी ऊंचे स्थानों पर ले जाने के निर्देश दिए गए हैं. 


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