साल 2024 में एनडीए सरकार के शक्ति परीक्षण के दौरान विधायकों के खरीद-फरोख्त के मामले में जेडीयू विधायक डॉ संजीव कुमार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. बुधवार को ईओयू ने नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया है.  

बीमा भारती से चली 4 घंटे तक पूछताछ

विधायकों के खरीद फरोख्त के मामले में पूर्व विधायक बीमा भारती से 4 घंटे तक ईओयू ने पूछताछ की है. इस मामले में जेडीयू के एक अन्य विधायक सुधांशु शेखर ने सबसे पहले पटना के कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. बाद में यह मामला जांच के लिए ईओयू के पास भेज दिया गया था. जेडीयू के कई विधायकों को बड़ी रकम ऑफर करने का आरोप लगाया गया था.

दरअसल शक्ति परीक्षण के दौरान सत्ता पक्ष के कई विधायक सदन से गैर हाजिर भी रहे थे. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने इससे पहले 15 जुलाई को विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में आरजेडी नेता बीमा भारती समेत प्रमोद कुमार, संजय पटेल और सनी कुमार को नोटिस भेजा था. तीनों से पूछताछ की गई है. अब संजीव कुमार को भी बुलाया गया है. 

यह मामला फरवरी 2024 में विधानसभा में विश्वास मत से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों से जुड़ा है.  आरोप है कि फरवरी 2024 में विधानसभा में विश्वास मत से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की गई थी, क्योंकि आरजेडी दोबारा स्ता में आना चाहती थी, हालांकि सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया और एनडीए की सरकार बनी रही.  

जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर के आरोप

इसके बाद जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर ने आरोप लगाया था कि आरजेडी ने जेडीयू विधाकों को पार्टी छोड़ने और विश्वास मत में एनडीए के खिलाफ वोट देने के बदले 10 करोड़ रुपये नकद और मंत्री पद की पेशकश की थी. ईओयू अब इस मामले में सक्रिय हो गई है और एक-एक कर तमाम बागी नेताओं की फाइलें खंगाली जाएंगी. 

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