पटना के गांधी मैदान में रावण दहन की तैयारी लगभग पूरी हो गई है. जिला प्रशासन अलर्ट है क्योंकि काफी संख्या में यहां लोगों की भीड़ जुटती है. गांधी मैदान में पैर रखने तक की जगह नहीं मिलती है. ऐसे में कोई हादसा न हो इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. मंगलवार (30 सितंबर, 2025) की शाम पटना के जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम ने गांधी मैदान जाकर खुद जायजा लिया. इस दौरान अन्य अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे.
जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों को भीड़-प्रबंधन, सुचारू यातायात एवं सुदृढ़ विधि-व्यवस्था संधारण के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुरूप तैयारी सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया. बताया गया कि आम लोगों की गांधी मैदान में गेट सं. 4, 5, 6, 7, 8, 10 एवं 12 से एंट्री होगी. मीडिया की एंट्री गेट नंबर 13 से होगी.
निगरानी के लिए बनाए गए 10 वाच टावर
विधि-व्यवस्था के लिए कुल 49 स्थानों पर 103 दंडाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. 128 सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ 10 वाच टावर से निगरानी होगी. किसी तरह की सूचना/जानकारी के लिए जिला नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 0612-2219810/2219234 पर संपर्क किया जा सकता है. एक अस्थायी कंट्रोल रूम एवं एक अस्थायी थाना भी बनाया गया है. वाच टावर पर पुलिस एवं सिविल डिफेंस के कर्मी और मेन गेट पर एसडीआरएफ की टीम रहेगी.
80 फीट का रावण… 75 फीट का मेघनाथ
गांधी मैदान में 80 फीट के रावण को जलाया जाएगा. वहीं मेघनाथ की ऊंचाई 75 और कुंभकरण की ऊंचाई 70 फीट है. बारिश को ध्यान में रखते हुए पुतले पर क्लियर वार्निश लगेगा जिसके चलते अगर वर्षा हुई तो पानी बह जाएगा. रावण दहन का बजट 35 लाख रुपये है. पांच लाख के पटाखों से रावण, मेघनाथ और कुंभकरण जलेंगे. पुतलों को अंतिम रूप दिया जा चुका है. इस बार रावण रिमोट दबते ही जलने लगेगा. पुतलों को सीधा खड़ा करने के लिए अंदर में पाइप (लोहे से बनी) की सीढ़ी लगी है. 15 कलाकार निर्माण कर रहे हैं.
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