JDU Candidate Shailendra Kumar Jha: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाती दिख रही है. बीजेपी की जीत को माना जाए कि दिल्ली में एक लहर बन गई और आम आदमी पार्टी मात्र 22 सीटों पर सिमट गई, लेकिन इस लहर में बीजेपी के बिहार के दो जेडीयू और एलजेपीआर सहयोगी अपनी सीट नहीं बचा पाए और दोनों को करारी हार का सामना करना पड़ा.
दिल्ली की जनता को नीतीश पर भरोसा नहीं?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भले बिहार में अपना जलवा दिखा रही हो, लेकिन दिल्ली की जनता ने नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं किया है और उनके प्रत्याशी को करीब बीस हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा है. दिल्ली विधानसभा के 70 सीटों में से बीजेपी ने एनडीए में बिहार के सहयोगी पार्टी नितीश कुमार जेडीयू पार्टी और चिराग पासवान की एलजेपीआर को एक-एक सीट दिया था.
जेडीयू ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के अंतर्गत बुरारी विधान सभा सीट से अपने प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार झा को चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन शैलेंद्र कुमार को अपने निकट निकटतम प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी संजीव झा से 20601 वोटो के अंतर से हार का सामना करना पड़ा है. बुराड़ी विधानसभा सीट के 25 राउंड की गिनती के बाद आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव झा को 1,21,181 वोट जबकि जेडीयू के प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार झा को 100580 वोट मिले. हालांकि जेडीयू ने 65 वर्षीय शैलेंद्र कुमार पर पहली बार दांव नहीं लगाया है.
पिछले बार 2020 भी जदयू के टिकट पर शैलेंद्र कुमार बुराड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे. 2020 में AAP के संजीव झा ने बड़ी जीत दर्ज की थी. उन्होंने जेडीयू के शैलेंद्र कुमार को बड़े फर्क 88158 से हराया था. आम आदमी पार्टी के संजीव झा को 1,39,598 वोट मिले थे, जबकि शैलेंद्र कुमार को 51,440 वोट ही मिले थे. हालांकि पिछले बार की अपेक्षा शैलेंद्र कुमार को 60000 से अधिक वोट मिले हैं, लेकिन बीजेपी की लहर में भी जेडीयू जीत दर्ज करने में असफल रही.
बुराड़ी सीट से दूसरी बार लड़े थे शैलेंद्र कुमार
बता दें कि शैलेंद्र कुमार झा पेसे से एक राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता के साथ दिल्ली के एक चर्चित बिजनेसमैन भी है. हालांकि वह मूल रूप से बिहार के ही रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी पढ़ाई मगध यूनिवर्सिटी स्थित की पटना के एएन कॉलेज में ग्रेजुएशन किया था. उसके बाद बिजनेस के सिलसिले में दिल्ली पहुंचे और दिल्ली के बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक तौर पर अपनी पहचान बनाई. वह ब्राह्मण जाति से आते हैं.
बुराड़ी विधानसभा सीट में ज्यादातर पूर्वांचल के मतदाता हैं, इस लिए नीतीश कुमार ने शैलेंद्र झा पर दो बार भरोसा किया, लेकिन दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा. उसकी बड़ी वजह यह भी है कि उनके प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी संजीव झा भी बिहार से आते हैं. वह आप के सिंबल पर 2013 से लगातार जीतते आ रहे हैं और पूर्वांचल के मतदाताओं में अपना छवि अच्छे नेता के रूप में बनाए हुए हैं.
ये भी पढ़ेंः Delhi Result 2025: दिल्ली में बीजेपी की जीत पर नीतीश कुमार की पहली प्रतिक्रिया, जानिए क्या कुछ कहा