नालंदा: बिहार शरीफ दीपनगर मंडल कारा में एक कैदी की मौत शनिवार की सुबह हो गई है. कैदी की मौत होने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया आनन-फानन में पोस्टमार्टम के लिए बिहार सदर अस्पताल में भेज दिया गया है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि कैदी राहुल कुमार पिछले 10 मई को मारपीट के केस में दीपनगर मंडल कारा लाया गया था जिस दिन राहुल कुमार मंडल कारा आया था उस दिन भी वह काफी जख्मी था.


हालांकि राहुल कुमार का इलाज जेल मैनुअल के हिसाब से चल भी रहा था. कैदी की मौत के बाद जेल प्रशासन द्वारा कैदी के परिजनों को सूचना दे दी गई है, बताया जाता है कि यह कैदी जब से जेल गया था तब से दवा खा रहा था और इसका इलाज लगातार किया जा रहा था. जिले के सरमेरा थाना पुलिस ने मारपीट के आरोप में कैदी को सरमेरा थाना इलाके के इसुआ गांव से गिरफ्तार किया था. 


 कैदी के पिता वीरेंद्र ने बताया कि मामा की बेटी की शादी में यह नानी घर आया हुआ था, उसी दौरान आम तोड़ने गांव के ही बगीचा में चला गया उसके बाद जिसका बगीचा था उसने देख लिया और राहुल कुमार को जमकर पिटाई कर दी जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया था. बगीचा के मालिक ने ही पुलिस को सूचना देने के बाद इसको पुलिस के हवाले कर दिया था, मगर पुलिस ने इलाज करने के बजाय इसे जेल भेज दिया था, जिससे इसकी हालत बिगड़ी और इसकी मौत जेल में ही हो गई, पिता ने यह भी कहा कि हमारे बेटे के शरीर पर कई जख्म के निशान हैं इससे यह साबित होता है कि बेटे की बुरी तरह से पिटाई की गई थी.


वहीं इस संबंध में जेल अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि राहुल कुमार साइको किस्म का युवक था और इसके इलाज के लिए दवा रांची, कोलकाता और दिल्ली से चल रहा था. जेल अधीक्षक ने यह भी बताया कि एक दिन पूर्व भी जेल में दूसरे कैदियों से भी भिडंत हुई थी लेकिन बीच बचाव किया गया था, युवक राहुल कुमार इंजिनियरिंग का छात्र था. 


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