पटना: दरभंगा रेलवे स्टेशन पर 17 जून को सिकंदराबाद से आए कपड़े के पार्सल में हुए ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार किए गए तीन संदिग्धों को लेकर एनआईए की टीम गुरुवार को पटना पहुंची. कड़ी सुरक्षा के बीच एनआईए के अधिकारी संदिग्ध आतंकी इमरान मलिक, कफील और नासिर खान को लेकर पटना एयरपोर्ट पहुंची. बता दें कि सात दिनों का रिमांड खत्म होने के बाद कल एनआईए तीनों को एनआईए की विशेष अदालत में पेश करेगी. एनआईए कोर्ट ने तीनों को पूछताछ के लिए रिमांड पर भेजा था. 


शामली से किया था गिरफ्तार


मालूम हो कि बीते शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के शामली से दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले के मास्टरमाइंड मोहम्मद कासिम और हाजी सलीम को गिरफ्तार किया गया था. ये इस मामले में चौथी गिरफ्तारी थी. मिली जानकारी अनुसार हाजी सलीम उर्फ टुइया शामली के कैराना के बिस्तायान मोहल्ले का और कासिम उर्फ कफील आलखुर्द का निवासी है. 


एनआईए के मुताबिक दरभंगा ब्लास्ट मामले मुख्य साजिशकर्ता मो. सलीम अहमद अर्फ हाजी सलीम और कफील हैं. जांच में यह बात सामने आई है. मामले में हैदराबाद से गिरफ्तार दोनों आतंकियों ने फरवरी 2021 में हाजी सलीम के घर पर ही मुलाकात की थी और बड़े आतंकी घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी.


तीन संदिग्धों का दिया था रिमांड


इस मामले में हैदराबाद से गिराफ्तार दोनों भाइयों को दो जुलाई को और शामली से गिरफ्तार दोनों संदिग्धों को तीन जुलाई को कोर्ट पेश किया गया था. इनमें से तीन का रिमांड कोर्ट ने एनआईए को दे दिया था, जबकि तबीयत खराब होने की वजह से सलीम का रिमांड एनआईए नहीं ले पाई थी. ऐसे में उसे बेऊर जेल भेज दिया गया था. 


दरअसल, 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर सिकंदराबाद से आए कपड़े के बंडल वाले पार्सल में ब्लास्ट हुआ था. एटीएस मामले की जांच कर रही थी. बाद में मामला एनआईए को सौंप दिया गया था. इस मामले में एनआईए की टीम ने हैदराबाद से इमरान खान और नासिर खान को गिरफ्तार किया था. वहीं, शामली से कफील और सलीम को गिराफ्तार किया गया था. इन सभी पर पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ संबंध होने के आरोप लगे हैं.


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