गोपालगंजः कुचायकोट थाने के एक गांव में क्रिकेट खेलने के दौरान किशोर को गोली मारने के अभियुक्त किशोर को दोषी पाते हुए किशोर न्याय बोर्ड ने एक अनोखी सजा दी है. किशोर न्याय बोर्ड के प्रधान मजिस्ट्रेट राकेश मणी तिवारी व सदस्य ममता श्रीवास्तव के द्वारा मामले की सुनवाई के बाद 10 लोगों को दो माह में साक्षर बनाने की सजा दी है. जो ग्राम पंचायत के मुखिया के पर्यवेक्षण में किया जाएगा. अब इस सजा की चर्चा हर तरफ हो रही है.


बेहतर नागरिक बनने का किशोर को दिया मौका


न्यायालय ने किशोर को एक मौका देते हुए समझाया कि अब घर जाकर लोगों को साक्षर बनाने की सजा को पूरा करे. साथ ही जीवन में पढ़-लिखकर एक बेहतर नागरिक बने. दरअसल, किशोर पर लगे आरोपों की सुनवाई किशोर न्याय बोर्ड में चल रही थी. दोनों पक्षों से उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों के बाद बोर्ड ने घटना में सलिप्तता पाते हुए किशोर को यह सजा दी है. साथ ही उसे समझाया गया कि वे बेहतर नागरिक बन सके.


2019 में क्रिकेट खेलने के दौरान मारी थी गोली


घटना के संबंध में जानकार सूत्रों ने बताया कि कुचायकोट थाने के एक गांव में पांच जून 2019 को क्रिकेट खेलने के विवाद में एक किशोर को गोली मार दी गई थी. गंभीर रूप से घायल किशोर महीनों मौत से जूझता रहा. इस मामले में कई आरोपितों में एक किशोर भी शामिल था. इस किशोर को यह अनोखी सजा दी गई है और उसे सुधरने के लिए एक मौका दिया गया है.


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