पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मंगलवार को अत्यधिक बारिश के कारण उपजी बाढ़ की स्थिति का हवाई सर्वेक्षण कर लौटने के बाद आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक में नवादा, नालंदा, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी, शिवहर पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज और छपरा जिले के जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे. 

फसल क्षति के साथ ही कई नुकसान हुए

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की गई. साथ ही क्षति का भी आकलन कराया गया. सभी जिलों के प्रभारी मंत्री ने अपने-अपने जिलों में जनप्रतिनिधियों और जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की. हाल ही में अधिक बारिश से कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी. इस कारण फसल क्षति के साथ-साथ कई अन्य प्रकार के नुकसान हुए.

तीन दिनों के अंदर सौंपे रिपोर्ट

मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि तीन दिनों के अंदर सभी जिलाधिकारी पहले की फसल क्षति के आंकलन के साथ-साथ हाल के दिनों में अधिक बारिश के कारण हुई फसल क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट दें. राज्य के सभी जिलों में फसल की क्षति का आकलन करने के साथ-साथ जहां अत्यधिक जलजमाव के कारण बुआई नहीं हो सकी है, उसका भी ठीक से आंकलन कर लें. जहां कहीं भी क्षति हुई है वहां राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर तत्काल कदम उठाएं.

पूरी संवेदनशीलता के साथ करनी है मदद

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों और पुलों के साथ-साथ अन्य क्षति का भी आंकलन कराएं. प्रभावित लोगों के साथ संपर्क बनाये रखें और उनके सुझावों पर भी गौर करें. सभी प्रभावित लोगों की पूरी संवेदनशीलता के साथ मदद करनी है. उन्होंने कहा कि बचे हुए बाढ़ प्रभावित लोगों में जीआर राशि का वितरण जल्द करें. सभी प्रभावित लोगों की मदद करनी है, कोई भी बचा न रहे इसका विशेष ख्याल रखें. सभी जिलाधिकारी, आपदा प्रबंधन विभाग, कृषि विभाग व पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के निरंतर संपर्क में रहे.

मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ के दौरान जो सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, उसकी जल्द मरम्मत कराएं. पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग अपने अभियंताओं से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के सड़कों की स्थिति का अपडेट लें.

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