नई दिल्ली: लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. अब यह लड़ाई सीधे प्रधानमंत्री के दरवाजे तक पहुंच गई है. चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है.


सूत्रों के मुताबिक़ चिराग पासवान ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री को बिहार के ताजा राजनीतिक हालात के बारे में जानकारी दी है. पत्र के बारे में ज्यादा जानकारी तो नहीं मिल पाई है लेकिन सूत्रों के मुताबिक कोरोना और बाढ़ के बिहार में पड़ने वाले सियासी प्रभाव की जानकारी दी गई है. ये बात जगज़ाहिर है कि कोरोना और बाढ़ से निपटने की बिहार सरकार की तैयारियों और कोशिशों को लेकर चिराग पासवान लगातार नीतीश कुमार पर सवाल उठाते रहे हैं.


7 सितंबर को लोजपा के बिहार इकाई की संसदीय बोर्ड की बैठक हुई थी. सूत्रों के मुताबिक चिराग पासवान ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री को इस बैठक के बारे में भी जानकारी दी है. याद रहे कि इस बैठक में संसदीय बोर्ड के सभी सदस्यों ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने की मांग की थी. इन सदस्यों ने कहा था कि बिहार में नीतीश कुमार की लोकप्रियता में कमी आई है जिसका खामियाजा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है.


16 सितंबर को चिराग ने अपने सभी पार्टी सांसदों की बैठक बुलाई


शनिवार को ही पटना में नीतीश कुमार और बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच सीट बंटवारे को लेकर एक बैठक हुई थी. माना जा रहा है कि बैठक में सीट बंटवारे के प्रारंभिक स्वरूप को लेकर चर्चा हुई थी. रोचक बात ये है कि चिराग पासवान का पत्र इस बैठक के दो दिन बाद ही लिखा गया है. इस पत्र से तो एक बात साफ हो रही है कि नीतीश कुमार को लेकर चिराग पासवान के तेवर अभी भी गरम ही है. 16 सितंबर को चिराग पासवान ने अपने सभी पार्टी सांसदों की बैठक बुलाई है जिसमें इस बात पर भी चर्चा की जाएगी की पार्टी बिहार में 143 सीटों पर चुनाव लड़े या नहीं.


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