पटना: लोक आस्था का महापर्व छठ और लोक गायिका शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) के गीतों का एक गजब का कनेक्शन है. छठ बिहार में हो या फिर विश्व के किसी भी कोने में बिना शारदा सिन्हा के गीतों के अधूरा है. दिवाली के बाद से छठ के संपन्न होने तक शारदा सिन्हा के गीत हर चौक-चौराहे पर बजते हुए सुने जा सकते हैं. खासकर बिहार में बिना इन गीतों के मानों छठ पूजा अधूरा है. शारदा सिन्हा के गीतों के इसी जादू को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है.
पर्व से पहले जारी करेगा गाना
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वह आगामी छठ पूजा के दौरान कोविड सुरक्षित व्यवहार के पालन के लिए सार्वजनिक भागीदारी की मांग करने के लिए प्रसिद्ध लोक और शास्त्रीय गायक व पद्म भूषण पुरस्कार विजेता शारदा सिन्हा द्वारा एक ऑडियो-विजुअल गीत जारी करेगा. ताकि लोग गीत सुनकर पर्व के दौरान कोरोना गाइडलाइंस के प्रति जागरूक रहें और अनुकूल व्यवहार करें.
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मुख्यमंत्री ने किया घाटों का निरीक्षण
बता दें कि बिहार में छठ को लेकर तैयारियां जोरों पर है. बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने छठ के मद्देनजर घाटों का निरीक्षण किया था. उन्होंने स्टीमर से गांधी घाट से पटना सिटी के कंगन घाट तक गंगा घाटों का निरीक्षण किया. इसके बाद दानापुर के नासरीगंज तक भी उन्होंने गंगा घाटों का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने घाटों की सफाई, सुरक्षा और स्वच्छता के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा था कि गंगा नदी की टापूनुमा संरचना पर छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में कोई परेशानी न हो, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करें. टापूनुमा संरचना पर छठ व्रतियों के आवागमन की व्यवस्था के लिए कलेक्ट्रेट घाट और महेन्द्रू घाट से टापूनुमा संरचना तक पीपापुल का निर्माण कराया जा रहा है. बांस घाट से भी टापूनुमा संरचना तक पीपा पुल के निर्माण की संभावनाओं को तलाशें.
छठ व्रतियों की सुविधाओं का ख्याल रखें
उन्होंने कहा था कि छठ व्रतियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छठ घाटों का निर्माण करें ताकि अर्घ्य देने में कोई परेशानी न हो. गंगा नदी के जलस्तर और प्रवाह को देखते हुए छठ घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखें. यह भी सुनिश्चित करें कि छठ व्रतियों की सुरक्षा के साथ-साथ उनको हर प्रकार की सहूलियत मिले. छठ घाटों के पास सुरक्षा के दृष्टिकोण से ठीक ढंग से बैरिकेडिंग कराएं. साथ ही नदी किनारे की सड़कों के पास भी बैरिकेडिंग कराएं. छठ व्रतियों की सुविधाओं का भी विशेष ख्याल रखें.
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