बिहार में चारों ओर लोक आस्था का महापर्व छठ 2025 की धूम देखने को मिल रही है. जिले के प्रशासन ने नगर निगम क्षेत्र के प्रशासनिक दृष्टिकोण से इस पर्व को सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए 6 खतरनाक और 7 अनुपयुक्त घाटों की सूची जारी की है.

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इन घाटों को लाल रंग से चिन्हित किया गया है और यहां दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी तैनात किए गए हैं. जिला प्रशासन, पटना ने नागरिकों से अपील की है कि इन घाटों की ओर न जाएं, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके.

छठ महापर्व-2025 पटना शहरी क्षेत्र के खतरनाक / अनुपयुक्त घाटों की सूची

क्र.सं.               खतरनाक घाटों की सूची

01                       राजापुर पुल घाट02                         पहलवान घाट03                          बॉस घाट04                          बुद्धा घाट05                   नया पंचमुखी चौराहा घाट06                          कंटाही घाट

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क्र.सं.                अनुपयुक्त घाटों की सूची

01                        टी.एन. बनर्जी घाट02                             मिश्री घाट03                            जजेज घाट04                          अदालत घाट05                           गुलबी घाट06                        बुन्देलटोली घाट07                          अदरक घाट

नहाय-खाय से हुई छठ महापर्व की शुरुआत

छठ महापर्व की शुरुआत पहले दिन नहाय-खाय से हुई. सुबह से ही गंगा घाटों पर व्रती लोग स्नान और सूर्य देव की पूजा-अर्चना करते दिखाई दिए. आज नहाय-खाय के दिन लोग गंगा स्नान करके शुद्ध जल से नहाते हैं और अपने घरों में प्रसाद तैयार करते हैं. इसके बाद दूसरे दिन उपवास रखते हुए गुड़ की खीर और रोटी से खरना किया जाता है. तीसरे दिन 36 घंटे का निर्जला उपवास रखा जाता है और अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है. पर्व का समापन चौथे दिन उदयागामी सूर्य को अर्ध्य देकर किया जाता है. छठ महापर्व चार दिनों तक चलता है और इसमें पूरे परिवार की सहभागिता रहती है. छठ करने वाला व्यक्ति मुख्य रूप से व्रत करता है, लेकिन पर्व में पूरे परिवार का सहयोग अनिवार्य होता है.

सुबह से ही श्रद्धालु गंगा स्नान कर पूजा-अर्चना में जुटे

आज पटना के विभिन्न घाटों जैसे दीघा घाट, गायघाट, कलेक्ट्रियट घाट, भद्र घाट, कंगन घाट, फतुहां के त्रिवेणी घाट और कटैया घाट पर व्रतियों की भारी भीड़ देखी गई. सुबह से ही श्रद्धालु गंगा स्नान कर पूजा-अर्चना में जुटे थे. कई लोग गंगा जल लेकर घरों में नहाय-खाय का प्रसाद भी तैयार कर रहे थे. प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि घाटों पर पर्याप्त सुरक्षा बल मौजूद रहें ताकि पर्व सुचारू रूप से संपन्न हो सके.

प्रशासन ने घाटों पर तैनात पुलिस की बढ़ाई निगरानी

जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि खतरनाक और अनुपयुक्त घाटों पर जाने से बचा जाए. इन घाटों में सुरक्षा और सुविधाओं की कमी के कारण दुर्घटना या अप्रिय घटना होने की संभावना अधिक रहती है. प्रशासन ने घाटों पर तैनात दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों के माध्यम से निगरानी बढ़ाई है. इसके अलावा नागरिकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे भीड़ से बचें और केवल सुरक्षित घाटों का उपयोग करें.

प्रशासन के निर्देशों का पालन करें लोग

पटना प्रशासन ने छठ महापर्व के दौरान सुरक्षा और सुव्यवस्था को प्राथमिकता दी है. घाटों की सूची जारी कर, लाल रंग से चिन्हित करके और पुलिस बल तैनात कर प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालु सुरक्षित और श्रद्धाभाव से इस पर्व का पालन कर सकें. जनता से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और खतरनाक घाटों की ओर न जाएं, ताकि महापर्व आनंदपूर्वक और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके.