Caste Census News: केंद्र सरकार के जरिए देश भर में जाति आधारित जनगणना कराने की घोषणा के बाद से ही बिहार में श्रेय लेने की राजनीति चल रही है. चुनावी साल में सत्ता पक्ष और विपक्ष इस मुद्दे को हथियाने की होड़ में लगे हैं. कहीं पोस्टर के जरिए वार पलटवार हो रहा है, तो कहीं पोस्ट के जरिए.

सभी विपक्षी दल बता रहे इसे अपनी जीत 

एनडीए जहां जाति आधारित जनगणना को नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार का विजन बता रहा है, वहीं बिहार में सभी विपक्षी दल इसे अपनी जीत बता रहे हैं. कांग्रेस से लेकर आरजेडी और आरएलजेपी ने भी इसे अपनी जीत बताई है. 

वहीं सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि जातीय जनगणना पर BJP सरकार झुकी है. यह हमलोगों के प्रयत्न से हुआ है. ये राहुल गांधी के संघर्षों की जीत है. अपने सिद्धांतों पर अडिग राहुल गांधी चुनावी हार-जीत से परे होकर देश के सर्वांगीण विकास के लिए वंचितों को न्याय दिलाने के लिए जातीय जनगणना पर दृढ़ रहे.

पोस्ट कर पहले भी पप्पू यादव ने साधा था निशाना

वहीं इससे पहले एक पोस्ट में पप्पू यादव ने लिखा था, "आप अपने अंध समर्थकों को क्यों जोकर बना देते हैं पहले उनसे जातीय जनगणना समर्थकों को गाली दिला देते हैं फिर जातीय जनगणना करने की घोषणा कर उन्हें उन गालियों को निगलने को विवश कर विदूषक बना देते हैं राहुल गांधी जी के अभियान की जीत है PM उनके अनुयायी बन गए हैं"

वहीं इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि सेंसस फिलहाल चार साल डीले चल रहा है. अब देखना होगा कि यह गणना कब होती है. बिहार के मुख्य विपक्ष दल का ये भी कहना है कि जातीय गणना परिसीमन से पहले हो जाए तो अच्छा होगा.