हाजीपुर: बिहार का शिक्षा विभाग इन दिनों सुर्खियों में है. एक तरफ विभाग की ओर से अलग-अलग आदेश जारी हो रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर गड़बड़ी भी सामने आ रही है. भागलपुर में बुधवार (13 दिसंबर) को एक स्कूल में शिक्षक और बीईओ को मटन पार्टी में शरीक देख ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा तो उधर हाजीपुर में फर्जी नियुक्ति पत्र पर बुधवार को एक युवती जॉइनिंग के लिए स्कूल पहुंच गई. यह सब जानकर आपके मन में भी सवाल उठेगा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) के विभाग में क्या क्या हो रहा?

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क्या है पूरा मामला?

महुआ थाना क्षेत्र के मिर्जानगर गांव की रहने वाली 24 वर्षीय वर्षीय युवती साजिया खातून ने एक साइबर कैफे से फर्जी शिक्षक नियुक्ति पत्र बनवाया. इसके बाद अपने घर से 10 किलोमीटर दूर पातेपुर प्रखंड के सैदपुर डुमरा मध्य विद्यालय में बुधवार (13 दिसंबर) को फर्जी दस्तावेज लेकर जॉइन करने पहुंच गई. स्कूल के प्रिंसिपल ने साजिया खातून को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पास भेज दिया.

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पकड़ी गई तो मौके से भाग गई युवती

साजिया खातून फर्जी दस्तावेज के साथ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पास भी पहुंच गई, लेकिन यहां से बताया गया कि जिले से कोई ऐसा आदेश अभी तक नहीं आया है. आप जिला शिक्षा अधिकारी से संपर्क करें. गुरुवार (14 दिसंबर) को साजिया हाजीपुर मुख्यालय पहुंच गई. जिला शिक्षा पदाधिकारी को फर्जी दस्तावेज दिखाते ही वह फंस गई. जिला शिक्षा पदाधिकारी धर्मेंद्र नारायण चौंक गए. जांच करवाने के बाद पटना शिक्षा विभाग से पता चला कि प्रमाण पत्र फर्जी है. इस दौरान मौका देखते ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को चकमा देकर साजिया खातून मौके से भाग गई.

जिला शिक्षा पदाधिकारी धर्मेंद्र नारायण ने बताया कि फर्जी दस्तावेज को महुआ थाना क्षेत्र के एक साइबर कैफे से बनाया गया था. इस साइबर कैफे से मुजफ्फरपुर के एक और व्यक्ति का फर्जी दस्तावेज इसी तरीके का बनाया गया है. इस मामले में अपर मुख्य सचिव को सूचना दे दी गई है. साइबर कैफे पर छापेमारी कर कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. उधर टीम बनाकर साइबर कैफे में छापेमारी की गई. कुछ दस्तावेज और कंप्यूटर को बरामद किया गया है.

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