पटनाः बोचहां विधानसभा उपचुनाव के आज नतीजे आ जाएंगे. यह एक सीट बिहार की सियासत की दिशा और दशा तय कर सकती है. उपचुनाव का नतीजा बिहार के भविष्य की राजनीति से जुड़े कई सवालों का जवाब दे जाएगा. मुस्लिम और यादव आरजेडी के वोटर माने जाते हैं लेकिन तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) अपनी पार्टी के समीकरण को आगे बढ़ाते हुए इसे ए टू जेड की पार्टी बता रहे हैं.


बोचहां भूमिहार बहुल इलाका है. बिहार विधान परिषद चुनाव में 10 सवर्णों को तेजस्वी ने टिकट दिया था. तीन भूमिहार जीतकर आए. अगर बोचहां में आज आरजेडी की जीत हो जाती है तो यह मान लिया जाएगा कि सवर्णों के बीच में भी आरजेडी ने अपनी पैठ बना ली है. यह उपचुनाव बीजेपी और वीआईपी पार्टी के लिए भी लिटमस टेस्ट जैसा होगा.


वीआईपी के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण


बता दें कि बीजेपी को लगता है कि उसका जनाधार तमाम जातियों में है. यह उपचुनाव वीआईपी के लिए महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि मल्लाह जाति की आबादी भी बोचहां में है. मल्लाह मतदाता चुनाव परिणाम को बदल सकते हैं. चुनाव नतीजों से साबित होगा कि एनडीए से वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के अलग हो जाने के बाद मल्लाह का वोट बीजेपी को मिलेगा या नहीं. मुकेश सहनी की मल्लाह जाति पर पकड़ है या नहीं यह भी साफ हो जाएगा.


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मुजफ्फरपुर की बोचहां विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए 12 अप्रैल को वोटिंग हुई थी. इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है. बीजेपी, आरजेडी और वीआईपी पूरी ताकत के साथ चुनाव में उतरी. बीजेपी से बेबी कुमारी. वीआईपी से डॉक्टर गीता और आरजेडी से अमर पासवान प्रत्याशी हैं.


बता दें कि बोचहां विधानसभा क्षेत्र में 2011 की जनगणना के मुताबिक जनसंख्या 4,25,473 है. यहां की 96.45% आबादी ग्रामीण जबकि 3.55% शहरी है. यहां कुल 2,54,247 वोटर हैं, जिनमें 53.16% पुरुष जबकि 46.84% महिला मतदाता हैं.


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