बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कमर कस ली है. जल्द ही उम्मीदवार सूची का ऐलान किया जा सकता है. इस बीच बड़ी खबर यह है कि बीजेपी आलाकमान ने उम्मीदवारों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. सूत्रों की मानें तो इस बार का बिहार विधानसभा में बीजेपी के सांसद नहीं लड़ पाएंगे. 

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दरअसल, बीजेपी अपने वर्तमान सांसदों को बिहार में चुनाव नहीं लड़ाएगी. चुनाव समिति की बैठक में भी कोई चर्चा नहीं हुई. वहीं, यह भी तय किया गया है कि कई सिटिंग विधायकों का भी टिकट कटने वाला है. पार्टी नेतृत्व ने फैसला लिया है कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में जनता अपने विधायकों से नाराज है, उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा. 

विधायक अरुण सिन्हा चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे 

इसी क्रम में कुम्हरार सीट से बीजेपी विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने उम्मीदवार सूची जारी होने से पहले ही सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह ऐलान किया है कि वह इस बार इलेक्शन नहीं लड़ने वाले हैं, लेकिन संगठन के लिए पूरी शिद्दत से काम करेंगे.

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दिल्ली सरकार के मंत्रियों को बड़ी जिम्मेदारी

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने दिल्ली सरकार के मंत्रियों बड़ी जिम्मेदारी दी है. इसी क्रम में रेखा गुप्ता सरकार के मंत्रियों का बिहार पहुंचने का सिलसिला जारी है. दिल्ली सरकार के परिवहन और स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह बिहार पहुंच गए हैं. वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपने मंत्रियों को उतार कर चुनाव प्रचार में तेजी लाने की तैयारी कर रही है.

सीटों के बंटवारे पर जीतन राम मांझी का बड़ा बयान

हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सीट बंटवारे को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि उन्हें सीटों की संख्या से कोई नाराजगी नहीं है. हालांकि, दुख जरूर हुआ है क्योंकि उन्होंने मांगी 15 थीं, लेकिन उन्हें मिली केवल 6 सीटें हैं. 

वहीं, जीतन राम मांझी ने कहा कि उनके लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है कि उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है कि उनकी तरफ से कोई व्यवधान न हो. वह केवल एनडीए की मजबूती के लिए काम करेंगे.