MLA Gopal Mandal: बिहार में इन दिनों सीएम नीतीश के बेटे निशांत के राजनीति में आने की चर्चा तेज है, हालांकि उनके पिता नीतीश कुमार ने अब तक कोई बयान इसे लेकर नहीं दिया है, लेकिन उनके पार्टी के कई विधायक और कार्यकर्ता चाहते हैं कि वो जल्द ही पार्टी में आ जाएं वरना जेडीयू का अस्तित्व नहीं बचेगा. पार्टी में नीतीश के बाद कौन है, जो जेडीयू की कमान संभालेगा. इसलिए सभी का यही मानना है कि निशांत को आगे आना चाहिए. 

निशांत को राजनीति में आने पर क्या कहा?

अब नीतीश कुमार के बड़बेलो विधायक गोपाल मंडल ने एक बयान में कहा है कि मैं ही नीतीश कुमार के बेटे निशांत को राजनीति में लाया हूं. अगर निशांत पार्टी में शामिल नहीं हुए तो जेडीयू खत्म हो जाएगी. जेडीयू में कोई किसी की नहीं सुनेगा. पार्टी में कोई ऐसा नेता नहीं है, जो पार्टी को संभाल सके. अभी बात चल रही है वो धीरै-धीरे राजनीति की ओर बढ़ रहे हैं, उनको आना ही पड़ेगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि वो चुनाव लड़ेंगे या नहीं ये नहीं कहा जा सकता लेकिन पार्टी में रहेंगे. 

वहीं बक्सर में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे की सभा में कुर्सियां खाली रहने पर जेडीयू विधायक ने कहा कि कौन खरगे, कहां के खरगे, जब उन्हें कोई जानता ही नहीं है तो उनको कौन सुनेगा. बिहार में खरगे को कोई नहीं जानता. यहां के लोग राहुल गांधी और सोनिया गांधी को तो जानते हैं, लेकिन खरगे क्या बोलते हैं, ये लोग समझ ही नहीं पाते. 

'एनडीए को 235 सीटों पर जीत मिलनी तय'

इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि कई नेता कह रहे हैं कि इस चुनाव में एनडीए को 225 सीटें मिलनी तय है, लेकिन मेरा मानना ​​है कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एनडीए को 235 सीटों पर जीत मिलनी तय है और एनडीए फिर से सरकार बनाएगी. नीतीश कुमार का फिर से मुख्यमंत्री बनना तय है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दरकिनार कर कोई भी सत्ता में नहीं आ सकता.

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