सुपौल: बिहार के सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड के ठूठी पंचायत के चॉपिंन महादलित टोला निवासी कई परिवार बिजली विभाग की मनमानी से परेशान हैं. पिछले कई महीनों से बिजली बिल में गड़बबड़ी से परेशान महादलित बस्ती के सैकड़ों मजदूर परिवारों ने मंगलवार को विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और बिजली ऑफिस केे बाहर जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के रहे उपभोक्ताओं ने बताया कि हर महीने बिल जमा करने के बावजूद हजारों का बिल भेजा दिया जाता है. विभाग ने सैकड़ों महादलित परिवार को 5 हजार से लेकर 65 हजार रुपये तक का बिजली बिल भेजा है.
कोरोना काल से परेशान हैं महादलित बस्ती के लोग
महादलित उपभोक्ता चंद्रकला देवी ने बताया कि हम अपने घरों में केवल एक से दो एलईडी बल्ब जलाते हैं. इसके बावजूद हज़ारों का बिजली बिल दिया जाता है. कोरोना काल से हमलोग इस चीज से परेशान हैं. मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से पूरे परिवार का पेट पलता है. ऐसे में हम हजारों का बिल कहां से जमा करेंगे. वहीं, महादलित उपभोक्ता राम चन्द्र ने बताया कई बार बिजली बिल जमा भी किया गया है, लेकिन उसका रसीद नहीं मिला. अब फिर से हज़ारों का बिल थमा दिया गया है.
अधिकारी ने कही जांच की बात
इधर, अधिक बिजली बिल लेने और रसीद नहीं देने के संबंध में जब विरपुर विद्युत विभाग के एसडीओ आशुतोष कुमार शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बिजली मीटर की रीडिंग के समय ही उपभोक्ताओं को रसीद देने का प्रावधान है. ऐसे में बिजली बिल अधिक भेजे जाने और उपभोक्ताओं से अवैध वसूली की शिकायत को लेकर जांच टीम को महादलित टोला भेजकर उनके मीटर आईडी की जांच कराई जाएगी. अगर उपभोक्ताओं द्वारा लगाए गए आरोप को सत्य पाया जाता है तो संबंधित कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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