पटना: जदयू के दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी पर पीठ में छूरा भोंककर जख्म देने का आरोप लगाया था. नीतीश के इस बयान के कई राजनीतिक मायने निकाले जाने लगे तभी बीजेपी ने इन बढ़ती दरारों को पाटने के लिए नीतीश के पुराने गहरे मित्र और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी को आगे कर दिया, और सुशील मोदी जुट गए डैमेज कंट्रोल में.

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नीतीश के साथ एनडीए सरकार में डिप्टी सीएम रह चुके सुशील मोदी वैसे भी नीतीश के गुणगान के लिए मशहूर रहे हैं. राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने एक बार फिर नीतीश के जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश शुरु कर दी है. मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार अपने मन से CM नहीं बने बल्कि BJP और गठबंधन के बाकि दलों के आग्रह के बाद यह जिम्मेदारी संभाली थी.

पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के पहले पूण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने पहुंचे पूर्व डिप्टी सीएम और राज्य सभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि JDU के लोगों ने कहा है कि अरुणाचल में जो हुआ उसका असर बिहार के गठबंधन पर नहीं होगा. सुशील मोदी ने दावा किया कि जदयू ने कहा है कि बिहार के अंदर भाजपा-जदयू का गठबंधन अटूट है. पूरे पांच साल नीतीश जी के नेतृत्व में सरकार काम करेगी.

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नीतीश के प्रेशर में सीएम बनाए जाने की बात पर बचाव करते हुए सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश को हम लोगों ने अपना सीएम चुना है. चुनाव में वह सीएम का चेहरा थे और उनके नेतृत्व में हम पूरे पांच साल तक सरकार चलाएंगे. सुशील मोदी ने कहा कि कभी कभी छोटी छोटी बातों पर मतभेद हो जाते हैं, लेकिन जदयू और भाजपा के बीच बिहार में तालमेल इतना बेहतर है कि इन मतभेद को दूर कर लिया जाएगा. बिहार में सरकार पर अरुणाचल का कोई असर नहीं पड़ेगा.

सुशील मोदी ने आरसीपी को दी बधाई कहा नेतृत्व में बेहतर होगा काम

सुशील मोदी ने जेडीयू के नए अध्यक्ष आरसीपी सिंह को बधाई देते हुए कहा कि वह सक्षम व्यक्ति हैं. उनसे हमारे अच्छे संबंध हैं. उम्मीद है कि उनके साथ सरकार को आगे लेकर जाने में बेहतर तालमेल के साथ काम किया जा सकेगा.