Bihar Peace Committee Meeting: देशभर में सरस्वती पूजा और शब ए बारात पर्व को लेकर हलचल तेज हो गई है. बिहार में इसे लेकर कई जगहों पर शांति समिति की बैठक की जा रही है. जमुई में ऐसी ही बैठक के दौरान एक अफसर की जुबान फिसल गई और बवाल खड़ा हो गया. ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर यानी बीडीओ (BDO) ने सरस्वती मां को लेकर ऐसा विवादित बयान दिया कि हंगामा खड़ा हो गया. 


जमुई के झाझा थाना में सरस्वती पूजा और शब ए बारात को लेकर शुक्रवार (9 फरवरी) को थानाध्यक्ष संजय सिंह की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में एसडीपीओ राजेश कुमार, बीडीओ रवि कुमार उपस्थित थे. बैठक में सरस्वती पूजा को लेकर एसडीपीओ ने दिशा निर्देश देते हुए लोगों से कहा कि लोग सरस्वती पूजा को शांति ढंग से मनाएं. किसी भी तरह की कोई अफवाह न फैलाएं और गाइडलाइन का पालन करें. 


बीडीओ की फिसली जुबान


शांति समिति की इसी बैठक के दौरान झाझा के बीडीओ ने भी सरस्वती पूजा और शब ए बारात पर्व को लेकर लोगों से शांति और भाईचारे की अपील तो की लेकिन मर्यादा की सीमाएं भी लांघ गए. उन्होंने मां सरस्वती को लेकर कुछ ऐसा कह दिया, जिसके बाद चारों तरफ उनकी आलोचना शुरू हो गई. शांतिपूर्ण ढंग से सरस्वती पूजा मनाई जाने की बात बोलते-बोलते अपनी गरिमा को ताक पर रखकर उन्होंने अभद्र टिप्पणी कर दी. उनकी टिप्पणी इतनी अभद्र थी कि एबीपी न्यूज उसे लिख नहीं सकता है. 


झाझा के बीडीओ रवि कुमार ने आगे कहा कि ये बहुत ही गलत बात है लेकिन हम बोलेंगे ही. हमारी बात को कोई रोक नहीं सकता है. हालांकि झाझा वासियों के बारे में कहा कि झाझा तो बहुत अच्छा सामाज है. यहां हर तबके के लोग हैं, हर समाज के लोग हैं. बढ़ चढ़कर लोग पर्व में शामिल होते हैं और बेहतरीन ढंग से सहयोग करते हैं. वहीं असामाजिक तत्वों के बारे में उन्होंने छटुआ शब्द का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि समाज में जो छंटुआ होता है वो हमेशा छटुआ ही रहेगा.


क्या कहना चाहते थे बीडीओ?


दरअसल झाझा बीडीओ रवि कुमार लोगों को यह बताना चाहते थे कि समाज में आज ऐसे भी लोग हैं जो सरस्वती माता की पूजा के नाम पर अश्लील हरकतें करते हैं और डीजे बजाते हैं. हालांकि बाद में अपने विवादित बयान का अहसास होते ही झाझा बीडीओ रवि कुमार ने कहा कि समझाने के लिए इस तरह का उदाहरण देना पड़ता है. 


विवादित बयान पर सफाई


सरस्वती मां को लेकर दिए अपने विवादित बयान पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना उनका उद्धेश्य नहीं था. वे भी एक हिंदूवादी व्यक्ति हैं और सभी देवी-देवता का सम्मान करते हैं. अयोध्या में भगवान श्री राम का पूजा पाठ को लेकर कहा कि वहां गजब का  भक्तिमय माहौल था और झाझा में ऐसा भक्तिमय वातावरण हो जाए तो क्या कहना.


ये भी पढ़ें:


KK Pathak: सक्षमता परीक्षा में कैसे आएंगे सवाल? केके पाठक ने बताया डिटेल, बीपीएससी एग्जाम से तुलना कर समझाया