Lok Sabha Elections: पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने काराकाट से मंगलवार (14 मई) को नामांकन किया. पवन सिंह के नामांकन के 5 दिन के बाद आज अंतिम दिन उनकी मां ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है. दरअसल पवन सिंह बीजेपी में होते हुए भी वो निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए खड़े हो गए, लेकिन ऐसी चर्चा है कि उन्हें अपना नामांकन वापस लेना होगा और अपने बेटे के कहने पर ही प्रतिमा देवी ने ऐसा किया है. 


आरा से लड़ना चाहते चुनाव 


दरअसल भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने 2023 में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी, लेकिन जब उन्हें आरा से बीजेपी का टिकट नहीं मिला तो उन्होंने काराकाट से चुनाव लड़ने की ठानी और वहां से नामांकन भी किया. उनके नामांकन में मां प्रतिमा देवी और पत्नी भी शामिल हुईं थी. मां ने आंचल फैलाकर अपने बेटे के लिए वोट मांगे थे, लेकिन आज वो खुद अपने बेटे के लिए लड़ने मैदान में आ गई हैं. पवन के इस दांव से एनडीए को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा.


काराकाट में पवन सिंह के नामांकन के दिन 50 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे. लोगों की संवेदना और प्यार भी पवन के साथ है, पवन का दावा है कि जनता के कहने पर ही वो यहां से खड़े हुए हैं. उनके चुनावी मैदान में उतने से महागठबंधन और एनडीए दोनों परेशान हैं. यहां तक की बीजेपी से उन्हें चेतावनी भी मिली है. पहले आरा के बीजेपी उम्मीदवार आरके सिंह ने उन्हें पार्टी से निकालने की बात की और उसके बाद पर्यटन मंत्री प्रेम कुमार ने भी चेतावनी दी. 


बता दें कि बिहार पर्यटन मंत्री प्रेम कुमार ने (13 मई) को डेहरी में बयान दिया था कि अगर पवन सिंह ने नामांकन वापस नहीं लिया तो उन पर कार्रवाई होगी. उन्होंने ये भी कहा था कि कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने पार्टी में रहते हुए पार्टी के खिलाफ लड़ा तो तो उन पर कार्रवाई हुई. इन सारी बातों से परेशान होकर ही पवन सिंह ने अपनी मां को मैदान में उतार दिया. वो हर हाल में यहां से चुनाव लड़ेंगे. अब देखना ये होगा कि काराकाट की जनता का साथ किसे मिलता है. 


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