MP Manoj Jha: आतंकवाद पर पाकिस्तान को बेनकाब करने और ऑपरेशन सिंदूर को अंतराष्ट्रीय मंच पर ले जाने लिए केंद्र सरकार ने सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बनाया है. इनमें से एक का नेतृत्व कांग्रेस के सांसद शशि थरूर करेंगे. हालांकि कांग्रेस की ओर से भेजे गए नामों को केंद्र सरकार ने नहीं लिया. इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बयान भी दिया है कि 'कांग्रेस में होना' और 'कांग्रेस का होना', में अंतर है. इसे लेकर अब केंद्र की राजनीति में विवाद छिड़ गया है.
आरजेडी सांसद मनोज झा ने क्या कहा?
इस पूरे विवाद पर कांग्रेस की सहयोगी पार्टी आरजेडी के सांसद मनोज झा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि एक गुडविल मिशन पर हम भेज रहे हैं और उसके निर्माण में ही गुडविल का अभाव है. पीएम के लिए मुश्किल काम नहीं था सीधे एलओपी को बुला लेते, साथ बैठे जाते. फैसला लेते और मीडिया को बुला लेते.
सांसद ने आगे कहा कि "ये जो ग्रेपवाइन्स चलते हैं, इसका सामूहिक नुकसान होता है. ये प्रतिनिधिमंडल किसी दल के नहीं हैं, बल्कि देश की बात रखेंगे. हम आर्थिक रूप से मजबूत नहीं हैं फिर भी हम अपने दोस्त देशों को अपनी रोटी का एक टुकड़ा दे रहे हैं. उसे भी संदेश देना है. उसमें देश की सबसे बड़ी पार्टी जो केंद्र में है, उसे दो कदम आगे चलने की ज़रूरत है और हृदय को विशाल रखना है."
प्रदीप भंडारी के बयान पर भी बोले
वहीं बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी के बयान पर मनोज झा ने कहा कि सीना चीर कर देखोगे तो देशभक्ति का एक कतरा भी कम नहीं होगा, विपक्ष के लोगों का. असल में हम फर्क भूल गए हैं, देश और देश के प्रधान एक नहीं होता. इस मुश्किल क्षण में किसी ने किसी से सवाल नहीं पूछा. सवाल है कि अमेरिका का राष्ट्रपति सरपंच बना बैठा है. हमारी हर आधिकारिक घोषणा से पूर्व उसके अनाप शनाप और तथ्यहीन बयान आ रहे हैं. लेकिन ये वक्त नहीं है, राजनीति करना है.
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