रोहतास: बिहार के डेहरी विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने डालमियानगर नगर परिषद की मुख्य पार्षद विशाखा सिंह पर गलत जाति प्रमाण पत्र सौंप कर पद पर काबिज होने का आरोप लगाया है. विधायक के अनुसार डालमियानगर नगर परिषद के मुख्य पार्षद का सीट अति पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है. 


हालांकि, 2017 नगर पालिका चुनाव में वर्तमान मुख्य पार्षद विशाखा सिंह ने अपने मायके महाराष्ट्र राज्य का जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत ना करके बिहार राज्य के रोहतास जिले के डेहरी अंचल कार्यालय का जाति प्रमाण पत्र जमा कर चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर मुख्य पार्षद के पद पर काबिज हुईं.


डीएम से की जांच की मांग


विधायक की मानें तो किसी भी महिला का जाति प्रमाण पत्र उसके पिता के निवास स्थल से ही बनने का प्रावधान है. लेकिन मुख्य पार्षद विशाखा सिंह ने ऐसा ना करके डेहरी अंचल कार्यालय से निर्गत जाति प्रमाण पत्र सौंपकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. मुख्य पार्षद के साथ ही विधायक ने तत्कालीन सीओ सहित एसडीएम पर भी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मुख्य पार्षद के पक्ष में कार्य करने का आरोप लगाया है. साथ ही इस मामले में डीएम को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच करने की मांग की है.


अंचलाधिकारी ने कही ये हात


इधर, इस पूरे मामले में डेहरी की वर्तमान अंचलाधिकारी अनामिका कुमारी ने कहा कि किसी भी महिला का जाति प्रमाण पत्र उसके पिता के घर यानी उसके मायके से ही बनता है क्योंकि किसी महिला की जाति का निर्धारण उसके पिता से होता है, पति से नहीं. ऐसे में अगर किसी ने ऐसा किया है तो वो गलत है. 


उन्होंने कहा कि अगर किसी ने पिता के घर की जगह वर्तमान में रहने वाले स्थान का जाति प्रमाण पत्र देकर कोई लाभ हासिल किया हो तो वह बिल्कुल गलत है. अगर चुनाव में जीत हासिल की है, उसे रद्द किया जाना चाहिए. वहीं, जब मुख्य पार्षद विशाखा सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने टालमटोल कर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.


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