Dafadar Chowkidar Sangh Protest: पटना में दफादार चौकीदार संघ ने बुधवार को गांधी मैदान के पास जोरदार धरना प्रदर्शन किया. ये लोग मार्च करते हुए जेपी गोलंबर पहुंचे, जहां बैरिकेडिंग कर पुलिस ने रोक दिया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि राज्य सरकार रिटायर व स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले दफादार चौकीदार के आश्रितों की बहाली का रास्ता निकाले. पटना हाईकोर्ट के फैसले को सरकार अध्यादेश लाकर बदल दे.
दफादार चौकीदार संघ की सरकार को चेतावनी
दफादार चौकीदार संघ से सदस्यों का कहना है कि हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो पूरे बिहार के आंदोलन करेंगे. इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. हम लोगों की मांग की अनदेखी की गई तो चुनाव में नीतीश सरकार को सबक सिखा देंगे. लंबे वक्त से हम लोग अपने मुद्दों को उठा रहे हैं, लेकिन हमारी सुनी नहीं जा रही है. हमलोग अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे. लगातार हम लोग अपनी बातों को उठा रहे हैं लेकिन हमारा सुनने वाला कोई नहीं है.
दफादार चौकीदार का कहना है कि हमारे साथ अन्याय क्यों किया जा रहा है. बिहार सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि नियुक्ति में पासवान और पिछड़ी जातियों को प्राथमिकता दी जाए.
बता दें 2023 में पटना हाईकोर्ट ने वर्षों से चली आ रही बिहार सरकार के प्रावधान को रद्द कर दिया था. कोर्ट का आदेश था कि सेवानिवृत्ति से एक माह पहले तक स्वैच्छिक रूप से पदत्याग करने वाले चौकीदार के वारिस को उनकी नौकरी नहीं मिलेगी.
दफादार चौकीदार के लिए पहले क्या थी व्यवस्था
पहले यह व्यवस्था थी कि 20 साल की सेवा अवधि पूरा करने वाले कोई चौकीदार सेवानिवृत्ति से एक माह पहले स्वैच्छिक रूप से पद छोड़ते हैं तो उनके उत्तराधिकारी को उनकी जगह बहाल कर लिया जाएगा. इसके लिए कम से कम 55 साल से अधिक उम्र वाले चौकीदारों को इच्छा व्यक्त करते हुए किसी वारिस को नामित कर डीएम को आवेदन देना होता था. इस आधार पर उनके नामित की बहाली चौकीदार के पद पर हो जाती थी.
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