पटना: इन दिनों जेडीयू (JDU) संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) सुर्खियों में हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने मीडिया के कई सवालों का जवाब दिया. आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह पर कार्रवाई, आरजेडी और जेडीयू के विलय समेत कई मुद्दों पर खुलकर बयान दिया. इस मौके पर उपेंद्र कुशवाहा ने एक बड़ा बयान भी दे दिया. उनके बयान पर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर कुशवाहा के मन में क्या है? दरअसल, डिप्टी सीएम बनाए जाने के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने यह कहा कि सरकार में किसको कहां रखा जाए ये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विशेषाधिकार है. वहीं, शुक्रवार को उपेंद्र कुशवाहा ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा था कि उन्हें कोई मंत्री पद नहीं चाहिए है. 

'खरमास बाद सुधाकर पर होगी कार्रवाई'

आगे सुधाकर सिंह पर कार्रवाई के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि खरमास खत्म होने का इंतजार कीजिए. 14 जनवरी तक सुधाकर सिंह पर निश्चित कार्रवाई की जाएगी. इस पर विश्वास रखिए. राम मंदिर निर्माण पर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बयान पर उन्होंने कहा कि वो कभी-कभी ऐसे ही बोलते रहते हैं. 

जनता पीएम बनाती है: उपेंद्र कुशवाहा

आरजेडी और जेडीयू के विलय के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह नहीं होगा. नीतीश कुमार को लालू यादव पीएम बनाएंगे, जगदानंद के इस बयान पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कोई किसी को नहीं बनाता है, जनता बनाती है.

बता दें कि बिहार में मकर संक्रांति के मौके पर दही-चूड़ा का भोज खास रहा है. आरजेडी ने महागठबंधन दल के अलावा बीजेपी समेत विपक्ष के विधायकों को भी न्योता दिया है. आरजेडी के अलावा जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की ओर से भी दही-चूड़ा के भोज का आयोजन हो रहा है. उपेंद्र कुशवाहा का ये भोज काफी चर्चा में है.

कयास लगाया जा रहा है कि बीजेपी के नेता शामिल होंगे. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू में ज्यादा खुश नहीं हैं. मकर संक्रांति के बाद जेडीयू से बीजेपी में जा सकते हैं. हालांकि यह आने वाला वक्त बताएगा कि आखिर बिहार की राजनीति में क्या कुछ बदलने वाला है.

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