पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने नीतीश सरकार (Nitish Government) से आनंद मोहन (Anand Mohan) को बरी करने की मांग की है. सोमवार को सुशील मोदी (Sushil Modi) ने अपने बयान में यह कहा कि जब राजीव गांधी की हत्या में दोषी पाए गए लोगों को रिहा किया जा सकता है तब पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई भी संभव है. इसके लिए राज्य सरकार को कानून का पालन करते हुए गंभीरता से पहल करनी चाहिए.


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यद्यपि कृष्णैया हत्याकांड में भीड़ को उकसाने या हत्या के अपराध में आनंद मोहन सीधे तौर पर दोषी नहीं थे फिर भी उन्हें उम्र कैद की सजा हुई. सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा को बरकरार रखा. आनंद मोहन जब 14 साल से अधिक की सजा काट चुके हैं और बंदी के रूप में उनका आचरण भी अच्छा रहा है तब उन्हें रियायत देकर रिहा करने के कानूनी विकल्पों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाना चाहिए.


एनडीए के पुराने साथी रहे आनंद मोहन


बीजेपी नेता ने आनंद मोहन का जिक्र करते हुए कहा कि वह एनडीए के पुराने साथी रहे हैं. उन्होंने नीतीश कुमार के साथ मिल कर चुनाव लड़ा था. उन्होंने कहा कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना आनंद मोहन के जीवन और परिवार पर बहुत भारी पड़ी. उन्हें मुक्ति मिलनी चाहिए ताकि वे सार्वजनिक जीवन में योगदान कर सकें.


बता दें कि आनंद मोहन की सुरभि आनंद की 15 फरवरी को शादी है. इस शादी में शामिल होने के लिए आनंद मोहन पैरोल पर बाहर आए हैं. कुछ दिन पहले बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने जाकर उनसे मुलाकात भी की थी. अब उन्होंने नीतीश सरकार से मांग की है कि आनंद मोहन की रिहाई के बारे में सोचा जाए.


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