पटना: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने सोमवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष पर हमला बोला. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने गंभीर आरोप लगाए हैं, जब भी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) विदेश जाते हैं तो वह अवांछनीय व्यवसायी से मिलते थे. राहुल गांधी किस-किस से मिलते हैं? उनके मिलने का एजेंडा क्या होता है? क्या राहुल गांधी भारत विरोधी व्यवसायियों के साथ मिलकर देश को कमजोर करने का काम कर रहे हैं?


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नौ सालों में देश बहुत आगे बढ़ चुका है. पूरी दुनिया की इकोनॉमी के मामले में पांचवें स्थान पर भारत है. भारत ने इंग्लैंड को पीछे कर दिया है. हर मामले में भारत आगे बढ़ रहा है. ऐसे में भारत के विकास को कमजोर करने की साजिश को बीजेपी कभी कामयाब नहीं होने देगी.


अडानी मामले पर भी राहुल गांधी को घेरा


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस के नेता हमेशा अडानी प्रकरण पर बोलते हैं. राहुल गांधी को बताना चाहिए कि अडानी को विदेशों में पहली खान 2009 में जब मिली तब मनमोहन सिंह की सरकार थी. 2011 मैं न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में अडानी को बड़ी खान मिली तो क्या मनमोहन सिंह जाते थे. राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए. छत्तीसगढ़ की सरकार ने अडानी को कोयला खदान का एक्सपैंशन दिया. अडानी ने बंगाल में भी 15 हजार करोड़ की पूंजी निवेश की है. राहुल गांधी इस पर कुछ नहीं बोलते हैं. सिर्फ झूठ बोलना है और बेबुनियाद आरोप लगाना है.


लोक लाज से चलता है लोकतंत्र: रविशंकर


बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला. कहा कि लोकतंत्र लोक लाज से चलता है. लोक लाज का यही तकाजा है कि रामनवमी की शोभायात्रा भी निकले और मुहर्रम में ताजिया भी निकले. सबको अपनी आस्था का अधिकार है, लेकिन उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी बिहार सरकार की है. बिहार शरीफ और सासाराम की स्थिति खराब हुई. मुख्यमंत्री न तो नालंदा गए और न ही सासाराम गए. उन्हें जाकर लोगों से मिलना चाहिए था, लेकिन नीतीश कुमार ने ऐसा नहीं किया.


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस बार रामनवमी में सुरक्षा की कमी थी. पिछले साल सुरक्षा चुस्त दुरुस्त थी तो कोई घटना नहीं हुई. उन्होंने नीतीश कुमार से कहा कि आप इफ्तार भी करिए और मौलाना टोपी भी पहनिए, लेकिन आप संदेश क्या दे रहे हैं इसका जवाब नीतीश कुमार को देना होगा. नीतीश कुमार बार-बार कहते हैं 'सबका साथ, सबका विकास' लेकिन कैसा साथ दे रहे हैं?


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