पटना में बुधवार (24 सितंबर, 2025) को सदाकत आश्रम में हुई कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक पर प्रशांत किशोर ने कहा कि यह बिहार के लोगों की ताकत है कि कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी जो बिहार में अपने अस्तित्व के लिए कई दशकों से लड़ रही है और बिहार में आरजेडी की पिछलग्गू पार्टी है उसने भी अपनी ओर से अपने बड़े लोगों को बुलाया है. ये दिखाता है कि जन सुराज के आने के बाद बिहार की राजनीति कैसे बदली है. हर दल को हर नेता को बिहार में सड़क पर उतरने को मजबूर होना पड़ा है. कांग्रेस भी उसी का हिस्सा है.
प्रशांत किशोर गयाजी में पत्रकारों से बात कर रहे थे. एक सवाल पर कि आज आपने मुसलमानों के साथ बैठक की. अन्य दलों की तरह आप भी कर रहे हैं. इस पर पीके ने कहा कि जन सुराज जातीय आधार पर बैठक नहीं करता है. जन सुराज जाति और धर्म की बात नहीं करता है. कई बार हम लोग हिंदुओं की सभाओं में जाते हैं आज मुसलमानों की सभा में आए हैं.
'कभी लालू के बच्चों का जीवन सुधरेगा कभी…'
एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि जो दल खुद को मुसलमानों का रहनुमा बताते हैं अगर उनको मुसलमानों की इतनी ही चिंता है तो जन सुराज अपनी ओर से यह घोषणा कर रहा है कि जहां पर मुसलमान को टिकट देंगे वहां पर जन सुराज मुसलमान नहीं लड़ाएगा. वह भी घोषणा कर दें. अगर बीजेपी को हराने की इतनी चिंता है तो घोषणा करके देख लें. उनका इशारा आरजेडी की ओर था. उन्होंने कहा कि जन सुराज कह रहा है अपने बच्चों के लिए वोट दो नहीं तो कभी लालू के बच्चों का जीवन सुधरेगा कभी अमित शाह के बच्चों का जीवन सुधरेगा.
'जैसे उनको सुप्रीम कोर्ट से बरी कर दिया गया है…'
पीके ने जेडीयू के मंत्री अशोक चौधरी की ओर से किए गए मानहानि वाले केस पर पत्रकारों से कहा कि आप लोग तो ऐसे कह रहे हैं जैसे उनको सुप्रीम कोर्ट से बरी कर दिया गया है. उन पर आरोप लगा तो जवाब देने के बजाय अपने किसी वकील से दो पन्ने का एक नोटिस भेजे हैं. हमारी तरफ से भी वकील जवाब दे देगा. वे पहले भी मानहानि का नोटिस भेज चुके हैं. यह दूसरी बार भेजे हैं. फिर खुलासा करेंगे तो एक और नोटिस तैयार करेंगे. प्रशांत किशोर अशोक चौधरी से डरने वाला है क्या.