बक्सर: केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (Ashiwini Kumar Choubey) ने आनंद मोहन (Anand Mohan) की हुई रिहाई पर लालू-नीतीश को घेरा है. गुरुवार (27 अप्रैल) को बक्सर में अश्विनी चौबे ने कहा कि जिस आनंद मोहन को लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने 15 साल पहले जितना सताया आज उतना ही घड़ियाली आंसू बहा कर क्या कर रहे हैं? जिस उम्र में वह राजनीति कर रहे थे, उनकी राजनीतिक हत्या कर दी गई. उनको जेल में डाला गया. आनंद मोहन को अपराधी घोषित कर सजा दिलाई गई और फिर उसी आनंद मोहन को यह लोग राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए इस प्रकार के कुंठित प्रयास कर रहे हैं. इनसे कुछ होने वाला नहीं है.


अश्विनी चौबे ने कहा कि जवानी में आनंद मोहन बिना कोई विशेष कारण के रहे. उन्होंने खुद कोई हत्या नहीं की. कहा कि तुष्टिकरण के तहत लालू प्रसाद यादव के दबाव में यह सब काम किया गया. अश्विनी चौबे ने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि आनंद मोहन को किसने सजा दिलाई और सजा दिलाने में किनका योगदान है? किन लोगों ने षड्यंत्र रचा और वह षड्यंत्रकारी अगर कोई है तो लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ही हैं.


हिसाब कौन देगा?: अश्विनी चौबे


गोपालगंज के तत्कालीन डीएम की मौत पर अश्विनी चौबे ने कहा कि जिलाधिकारी की क्या गलती थी? यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी, लेकिन जिस प्रकार से जो हत्यारे थे वह गिरफ्तार होते. उकसाने की बात कहीं से नहीं बनती है. इस पूरे मामले में जिस प्रकार आनंद मोहन जवानी में जेल गए उसका हिसाब कौन देगा? मैं न्यायालय के निर्णय पर टिप्पणी नहीं कर रहा हूं.


अश्विनी चौबे ने आगे कहा कि लालू यादव को नीतीश कुमार और ललन सिंह ने जेल भेजा, आजकल गलबहिया कर रहे हैं. अब दोनों गलबहियां कर तीसरे आनंद मोहन को जिनकी राजनीतिक हत्या इन लोगों ने की थी उनसे गलबहियां कर रहे  हैं. इससे कोई अंतर पढ़ने वाला नहीं है. बिहार में बाहुबलियों की सरकार मामले पर कहा कि बिहार में हत्या, बलात्कार, अपराध लगातार देखने को मिलता है. यह गठबंधन नहीं है, महाठगबंधन है. बिहार आज बारूद के ढेर पर है जहां एक तरफ पीएफआई का आतंक है.


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