पटना: 2022 बिहार की राजनीति को लेकर खास रहा है. इस दौरान नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एक बार फिर अपना पाला बदल लिया. नीतीश कुमार एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हो गए. नीतीश कुमार एनडीए (NDA) से क्यों अलग हो गए. इसको लेकर बीजेपी से पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा (Jeevesh Mishra) ने कहा कि बिहार में इस बार (2020) की एनडीए सरकार में बीजेपी के मंत्री बिहार के हित में काम करना चाहते थे. बीजेपी के मंत्री अपने समझ से फैसला ले रहे थे, ये बात नीतीश कुमार को पसंद नहीं आई और उन्होंने गठबंधन तोड़ ली.


'नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं'


जीवेश मिश्रा दावा करते हुए कहा कि कोई भी 17 साल से लगातार मुख्यमंत्री रहे तो वो राज्य निश्चित ही विकसित हो जाएगा, अगर उसके पास विजन हो. नीतीश कुमार ने बिहार में ऐसा क्या काम कर दिए हैं? गरीब का बेटा नरेंद्र मोदी आज देश के प्रधानमंत्री हैं. उन्होंने पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाया है, इससे ये लोग परेशान हैं. वहीं, पीएम उम्मीदवार के सवाल पर जीवेश मिश्रा ने कहा कि जो व्यक्ति खुद के बदौलत आज तक पूर्ण बहुमत के साथ मुख्यमंत्री नहीं बन सका, वो इतने बड़े देश में प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहा है. बीजेपी इसे मजाक के रूप में देखती है.


तेजस्वी यादव हैं परेशान- जीवेश मिश्रा


पूर्व मंत्री ने कहा कि आज आरजेडी सरकार में है तो क्या आरजेडी की कुछ चल रही है क्या? आज डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से परेशान हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से परेशान हैं. सरकार उन्हीं की होती है जिनका मुख्यमंत्री होता है. बीजेपी तो जंगलराज को खत्म करने के लिए नीतीश कुमार को समर्थन दी थी. 


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